फैजाबाद में ग्रामीणों ने लिया लोकसभा चुनाव बहिष्कार का फैसला
अयोध्या 31 मार्च 2019। मुख्यालय से चंद किलोमीटर दूर अयोध्या-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे चाँदपुर हरवंश ग्राम के सचिवालय पर कई ग्राम सभाओं के ग्रामीणों ने हंगामेदार बैठक की और बैठक में तीन प्रस्ताव पास किये जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार, सीआरपीएफ की ६३वीं बटालियन के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव और खेत खलिहान, सड़क, नाला बंद किये जाने के विरोध में लगातार आंदोलन जारी किये जाने का फैसला शामिल है। चाँदपुर हरिवंश ग्राम सभा सचिवालय पर हुई बैठक में ग्राम सभा मलिकपुर, गंजा, सीताराम पाण्डेय का पुरवा, हांसापुर और चाँदपुर हरवंश के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। बैठक में कहा गया कि सीआरपीएफ की ६३वीं बटालियन द्वारा ग्रामवासियों के खेत, खलिहान एवं अपने घरों को जाने का रास्ता बंद किया जा रह है। इधर से निकलने वाला चाँदपुर हरवंश-मलिकपुर सम्पर्क मार्ग जो हजारों साल से स्थापित है और पीडब्लूडी द्वारा समय-समय पर अपने संरक्षण में लेकर उसका निर्माण किया जाता रहा है, तिलइया नाला जो तिलोदकी गंगा के नाम से जाना जाता है उसे सीआरपीएफ द्वारा बंद किये जाने का कुचक्र रचा जा रहा है। जिससे हजारों ग्रामीणों का आवागमन, बरसात के पानी की निकासी और उनके घरों को आना-जाना बिल्कुल बंद कर दिया जायेगा। इसके अलावा होलिका दहन के दिन परम्परागत रूप से हजारों साल से चली आ रही होलिका दहन स्थली पर सीआरपीएफ ने होलिका नहीं जलाने दिया गया था। बैठक में सीआरपीएफ द्वारा इस तरह के किये जा रहे इस तरह के कार्यों के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाये गये और निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। ग्रामीणों ने एक स्वर से दोनों हाथ उठाकर आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान न किये जाने का फैसला भी लिया और साथ ही साथ इस मामले को आंदोलन के रूप में जारी रखने का प्रस्ताव भी बैठक में पारित किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि चाँदपुर हरवंश, मलिकपुर, सीताराम पाण्डेय का पुरवा, पंडित का पुरवा, टीड़ी का पुरवा, पाठक का पुरवा, भदोखर, कादीपुर, कासिमपुर, वजीर कोलिया, फिरोजपुर तक के लोग इस रास्ते से रात दिन आते-जाते हैं। रास्ता बंद होने से इनके जीवन पर व्यापक असर पड़ेगा तथा दैनिक कार्य प्रभावित होगा। इसके अलावा विशालकाय चाँद महेश के तालाब, उद्गम स्थल से निकलने वाली तिलोदकी गंगा को भी सीआरपीएफ द्वारा बंद कर दिया गया तो ग्राम सभा उसुरू, हांसापुर, डाभासेमर, मलिकपुर, चाँदपुर आदि गाँवों का बरसात का पानी नहीं निकल पायेगा। ऐसी दशा में इन गाँवों के अस्तित्व पर खतरा बढ़ जायेगा। गाँव वालों ने बताया कि इस सम्बन्ध में डीएम, सीएम, पीएम, गृहमंत्री, राष्ट्रपति, डीजी सीआरपीएफ के साथ-साथ यूपी रिवर एण्ड रिजवोरियस मानीटरिंग कमेटी के चेयरमैन जस्टिस डी.पी. सिंह, सांसद और विधायक को भी लिखित पत्र देकर गोहार लगायी गयी थी लेकिन ग्रामीणों को अभी तक न्याय नहीं मिल सका है जिस कारण अब ग्रामीणों ने इस प्रकरण को आंदोलन के रूप में ले लिया है और लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया है। बैठक में मुख्य रूप से राजेन्द्र पाण्डेय, नंद कुमार यादव, सुरेन्द्र कुमार, जगेसर मौर्य, आशीष यादव, शोभनाथ यादव, लल्लू यादव, चंदन, बुधिराम, प्रमोद तिवारी, इन्द्रसेन पाण्डेय, मेवालाल, संदीप पाण्डेय, रिक्की पाण्डेय, विकास पाण्डेय, विवेक पाण्डेय, मनमोहन पाण्डेय, रामबहादुर यादव, साधूराम यादव, लेखपाल सिंह, अमरनाथ, पवन कुमार, रामशरण, विशाल यादव, राजेश यादव, रोहित यादव, मोहित यादव, कृष्ण कुमार पाण्डेय, प्रमोद पाण्डेय, पारसनाथ, शिवनारायण, राजाराम यादव, आकाश कुमार, रामकुमार, दयाशंकर, शिवप्रसाद, कुसुमा, वीरेन्द्र यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।