आईएसआई को मदद पहुंचाने में गिरफ्तार युवक फेसबुक पोस्ट से खुला राज

चंदौली. भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान के आईएसआई को मदद पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार हुए युवक राशिद अहमद मुगलसराय कोतवाली के चौरहट गांव अपने नाना जब्बार (70) के यहां अपनी मां शहजादी के साथ रहता था। राशीद की मां और नाना के अनुसार राशिद दो बार पाकिस्तान अपनी मौसी हसीना की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए मां और नाना के साथ पाकिस्तान जा चुका है
पहली बार वह अगस्त 2017 में पाकिस्तान गया था, उस दौरान वह एक महीने तक वहां रहा था। दूसरी बार दिसंबर 2018 में मौसी की बेटी की शादी में शामिल होने पाकिस्तान गया था और उस दौरान दो माह वहीं रहा था। राशिद ग्लोसाईन बोर्ड बनाने का काम वाराणसी के नौरंगाबाद किसी दानिश के लिए काम करता था। राशिद दानिश के कहने पर ही कानपुर , इलाहाबाद और लखनऊ तक जा चुका है। दरअसल रशीद के नाना जब्बार मूल रूप से वाराणसी के प्रह्ललाद घाट क्षेत्र के रहने वाले है । बीस वर्ष पूर्व वह चौरहट में आकर बसे थे। उनके दो बेटे और पांच बेटियां है | बेटे शमशीर और आलमगीर यहीं चौरहट में रहते है । वहीं सबसे बड़ी बेटी हसीना पाकिस्तान के करांची में अपने परिवार के साथ रहती है। दूसरे नंबर की बेटी शहजादी पति से तलाक के बाद बेटे रशीद के साथ यहीं रह रही है। तीसरी नंबर की बेटी शबनम और पांचवें नंबर की बेटी शबीना की शादी मारवाड़ के पाली में हुई है। वहीं चौथे नंबर की बेटी शानू पास के गांव में रहती है। घटना के बाद से पूरा परिवार सकते में है । परिवार वालों ने बताया कि कभी कभी पाकिस्तान से उसकी मौसी का फ़ोन आता था और वहीं उससे बात करता था।
