अम्बेडकरनगर:एनटीपीसी ने अपनी नवनिर्मित एक इकाई का सफलता पूर्वक किया रन परीक्षण
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अम्बेडकरनगर:एनटीपीसी ने आज अपनी नवनिर्मित 660 मेगावाट की एक इकाई का सफलता पूर्वक ट्रायल कर अपने लक्ष्य को पूर्ण रूप से प्राप्त कर लिया है जिसके बाद अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई और एक दूसरे को बधाइयां देते नज़र आए।
एनटीपीसी टाण्डा द्वारा 660 मेगावाट बिजली उत्पादन की दो इकाइयों का निर्माण अपने अंतिम चरण में चल रहा है हालांकि 110 मेगावाट बिजली उत्पादन की चार यूनिट पूर्व कई दशकों से सफलता पूर्वक कार्य कर रही है तथा 660 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट पर सफलता पूर्व कार्य जारी है। एनटीपीसी प्रशासन ने सूचना न्यूज़ टीम को बताया कि मुख्य महाप्रबंधक के.एस.राव व महाप्रबंधक कमिश्रिग एवँ टेस्टिंग जयंत सेन शर्मा की निगरानी में आज प्रातः 6:15 बजे पांचवी इकाई का दूसरा रन परीक्षण काफी सफलता पूर्वक किया गया जिसमें 663 मेगावाट बिज़ली निर्माण का सफलता पूर्वक संकेत प्राप्त हुआ हालांकि 09 जून 2019 को इसी इकाई का रन परीक्षण किया गया था जो मात्र 356 मेगावाट पर ही जा कर रुक गई थी। पांचवी इकाई का सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज होने पर अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई तथा एक दूसरों को लगे लगा कर बधाइयां देने का सिलसिला काफी देर तहक जारी रहा। कार्यकारी निदेशक श्री राजीव ने सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि 660 मेगावाट अपने दूसरे परीक्षण में पूरी तरह सफल रहा है तथा शीघ्र टाण्डा परियोजना की स्थापित क्षमता 440 मेगावाट से बढ़कर 11000 मेगावाट हो जाएगी। उन्होंने बताया कि 660 मेगावाट बिज़ली उत्पादन को शीघ्र कामर्सियल कर दिया जाएगा और इस इकाई की 71 प्रतिशत बिजली उत्तर प्रदेश की मिलेगी जिससे राज्य में बिजली की समस्या को काफी हद तक कम हो जाएगी। एनटीपीसी प्रशासन ने दावा किया कि छठवीं इकाई को भी अपने लक्ष्य के अनुसार मार्च 2020 तक सिंक्रोनाइज कर लिया जाएगा। आपको पुनः बताते चलेंकि निर्माणाधीन 660 मेगावाट की दोनों इकाई शुरू होने के बाद टाण्डा एनटीपीसी से 1760 मेगावाट बिज़ली उत्पादन होने लगेगा।
बहरहाल एनटीपीसी टाण्डा ने अपनी नवनिर्मित पांचवीं इकाई का दूसरा सफलता पूर्वक रन परीक्षण कर लिया है जिससे शीघ्र बिज़ली सप्लाई भी शुरू हो जाएगी।