अयोध्या : हाइवे पर लूट करने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह के तीन लुटेरे गिरफ्तार।

एसपी ग्रामीण ने प्रेसकांफ्रेन्स कर एक माह पूर्व पटरंगा थाना क्षेत्र के जरैला बाजार के समीप छात्रों से हुई लूट का किया खुलासा,सर्विलांस की मदद से पटरंगा पुलिस को मिली सफलता।
मवई(अयोध्या) ! राष्ट्रीय राजमार्ग पर आये दिन लूट की घटना को अंजाम देने वाले अंतर्जनपदीय एक गिरोह की तीन लुटेरों को दबोचने में पटरंगा पुलिस सफल हुई।पुलिस को ये कामयाबी सर्विलांस टीम की मदद से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी द्वारा चलाये जा रहे धरपकड़ अभियान के तहत मिली।मामले में एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पटरंगा थाना क्षेत्र में एक माह पूर्व जरैला बाजार समीप बस्ती के छात्रों के साथ हुई लूट का भी खुलासा किया है।
एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि 3 जून की रात्रि पटरंगा थाना क्षेत्र के जरैला बाजार समीप हाइवे पर इन लुटेरों ने मिलकर बस्ती जिले के निवासी बाइक पर सवार दो बीटेक के छात्रों अभिषेक गौड़ व विकास सिंह को रोक लिया था।और उनका मोबाइल लैपटॉप व नगदी लूटकर फरार हो गए थे।ये दोनों छात्र रायबरेली रोड लखनऊ स्थित सूर्या ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट में पढ़ते थे।जो परीक्षा सम्पन्न होने के बाद बाइक से अपने घर बस्ती जा रहे थे।जिन्हें इन लुटेरों के गिरोह ने निशाना बना लिया था।पीड़ित छात्रों की तहरीर पर पटरंगा पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लुटेरों का सुराग लगा ही रही थी।कि तभी लूटे गए एक मोबाइल का प्रयोग की डिटेल सर्विलांस टीम द्वारा पटरंगा पुलिस को दी गई।जिस पर जांच पड़ताल करते हुए सीओ धर्मेंद्र यादव के नेतृत्व में पटरंगा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह हाइवे चौकी प्रभारी दीपेंद्र विक्रम सिंह एसआई पवन राठौर कांस्टेबल उमेश सिंह विजय सरोज हरिलाल शैलेन्द्र कुमार ने मिलकर गुरुवार को इन लुटेरों का सुराग लगाया।और देर शाम हाइवे पर इनका पीछा करते हुए अशरफपुर गंगरेला मोड़ के पास से इन तीनों को दबोच लिया।थानाध्यक्ष ने बताया पूँछताक्ष में इन लुटेरों ने बताया अपना नाम क्रमशः देवेश तिवारी पुत्र उमेश चन्द्र तिवारी,देवेश पाठक पुत्र मंगलाकान्त पाठक,मोहित शुक्ला पुत्र ऋषी कुमार शुक्ला बताया।तीनों बाराबंकी जिले के भिटरिया रामसनेहीघाट के निवासी है।पुलिस के मुताविक तीनों अभियुक्तगणों ने पूँछताक्ष के दौरान बताया कि ये लोग अलग अलग साथियों के लगभग प्रत्येक दिन हाइवे के किनारे भिन्न-भिन्न जगह इकट्ठा होते थे फिर वही शराब पीते थे,उसके बाद हाइवे पर व अन्य सड़को दस पंद्रह किलोमीटर की दूरी पर निकलते थे।जहाँ कोई सूनसान में मिलता उसे रोक उसके पास जो भी पैसा मोबाइल आदि मिलता छीन लेते थे।इन्होंने बताया पकड़े गए लुटेरों की निशादेही पर बस्ती के छात्रों के साथ हुई लूट की घटना में लुटेरों द्वारा प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल के अलावा लैपटॉप तीन मोबाईल व 19 सौ रूपये बरामद हुए है।तीनों लुटेरों को जेल भेज दिया गया है।
बाहरी लोगों को बनाते थे निशाना
पटरंगा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया पकड़े गए लुटेरे हाइवे पर अक्सर बाहरी व्यक्तियों को निशाना बनाते थे।ये जानने के लिए ये लोग पहले लोगों को रोकते ही आस पास के चौराहा के बारे में पूंछते थे।न बताने पर ये समझ जाते थे कि जिसके साथ घटना को अंजाम देने जा रहे है वो क्षेत्रीय है या बाहरी।यदि कोई क्षेत्रीय निकलता तो पूँछकर छोड़ देते नही उसका सामान छीन लेते।थानाध्यक्ष ने बताया कि इस गिरोह में इनके अन्य साथियों का नाम संज्ञान में आया है जिनकी तलाश की जा रही है।
