मवई(अयोध्या) ! जीर्णोद्धार के साथ ही अब होगा तमसा मैया का सिंगार-मंडलायुक्त

उद्गम स्थल बसौड़ी से तमसा नदी के दोनों तट पर किया जाएगा वृक्षारोपण,मंडलायुक्त डीएम व डीएफओ ने शनिवार की सुबह तमसा के उद्गम स्थल पर 21 पौध लगाकर किया वृक्षारोपण का आगाज।
मवई(अयोध्या) ! तमसा नदी ! नदी ही नही बल्कि मां है।मेरी आपकी हम सबकी मां है।ये वही तमसा मैया है जिसके तट पर प्रभु श्री राम ने वनगमन के समय प्रथम रात्रि निवास किया था।उस समय इसी तमसा मां ने प्रभु को मातृत्व सुख प्रदान किया था।हम सब भाग्यशाली है कि इस मां का उदगम स्थल हमारे ही जिले में है।ये उद्गार शनिवार को मवई ब्लॉक क्षेत्र के बसौड़ी गांव में स्थित तमसा नदी के उद्गम स्थल पर वृक्षारोपण की शुरुवात करने आये मंडलायुक्त मनोज मिश्र व डीएम अनुझ झा को तमसा नदी का महात्म्य बताते हुए डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन राम त्रिपाठी ने व्यक्त किया।मंडलायुक्त,डीएम,डीएफओ सहित डीसी मनरेगा व जिले के अफसरों ने तमसा नदी के तट पर पीपल बरगद पकड़ नीम आदि के 21 पौधों का रोपण कर वृक्षारोपण की शुरुवात की।तत्पश्चात फावड़ा चलाकर नदी के गहरीकरण के लिए श्रम भी किया।मंडलायुक्त मनोज मिश्र ने बताया तमसा नदी का जीर्णोद्धार होने के साथ साथ इसके दोनों तटों पर वृक्षारोपण का इस श्रृंगार भी किया जाएगा।
बता दे कि अयोध्या जिले में विलुप्त हो चुकी तमसा नदी के जीर्णोद्धार के लिए पूर्व डीएम डा0 अनिल पाठक ने एक योजना बनाकर इसका इस्टीमेट शासन को भेजा था जहां से पहली किस्त के रूप 23 करोड़ का बजट सरकार ने पास किया।उक्त धनराशि से मनरेगा योजना अन्तर्गत इस तमसा नदी का जीर्णोद्धार कार्य शुरू कराया गया।और लगभग जिले के सभी ब्लॉकों में खुदाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया।अब इसके दोनों तटों पर मनरेगा योजना से ही वृक्षारोपण कराया जाएगा।इसके अलावा मवई ब्लॉक क्षेत्र के बसौड़ी गांव में स्थित इसके उद्गम स्थल का और अधिक गहरीकरण किया जाएगा।इसके आस पास की खाली पड़ी जमीन को विशाल झील के रूप में विकसित किया जाएगा।इस अवसर पर एसडीएम ज्योति सिंह,वन क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश,डिप्टी रेंजर वीरेंद्र तिवारी,फॉरेस्टर नरेंद्र राव,तकनीकी सहायक आशीष तिवारी,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शेर बहादुर यादव,ग्राम पंचायत अधिकारी प्रवीण कुमार,लाल जी चौरसिया,मवई मंडल अध्यक्ष निर्मल शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।
तमसा को कल्याणी नदी से जोड़ने की बनेगी योजना-डीएम
डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन त्रिपाठी के अनुरोध पर डीएम अनुझ झाँ ने कहा कि तमसा नदी में पानी कम न हो इसलिये इसे कल्याणी नदी से जोड़ने की भी योजना बनेगी।साथ ही आस पास से गुजरी शारदा सहायक नहर से भी इसको जोड़ा जाएगा।इस सब के अलावा बरसाती पानी को भी तमसा तक पहुंचे इसके लिए भी योजना बनेगी।तमसा नदी के हर पांच किलोमीटर की दूरी पर एक चेकडम भी बनेगा जिससे कचड़ा उसे में रुक जाए।
कमिश्नर ने प्रधानमंत्री का पत्र पढ़कर ग्रामीणों से मांगा सहयोग
कार्यक्रम के दौरान मंडलायुक्त मनोज मिश्र ने आगामी वर्षाकाल में पानी को संरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा भेजे गए पत्र को पढ़कर आमजनमानस से सहयोग मांगा है।पत्र में प्रधानमंत्री ने सभी भारतवासियों से आवाहन करते हुए कहा कि हम सब भाग्यशाली हैं कि हमारे देश में पर्याप्त वर्षा होती है और ईश्वर द्वारा प्रदत्त इस भेंट को हम सबको आदर करना चाहिए।बारिश के पानी का हम ज्यादा से ज्यादा संचयन करे।इसके लिए खेतों की मेड़बंदी,नदियों और धाराओं में चेक डैम का निर्माण और तटबंध ही तालाबों की खुदाई एवं सफाई,वृक्षारोपण वर्षा जल के संचयन हेतु टांका जलाशयों का बड़ी संख्या में निर्माण करें। ताकि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में संचित किया जा सके।अगर हम ऐसा कर पाए तो ना केवल पैदावारी बढ़ेगी बल्कि हमारे पास जल का बड़ा भंडार होगा।जिसका हम अपने गांव के कई कार्यो में सदी सदुपयोग कर पाएंगे।मंडलायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री का निर्देश है कि गांव-गांव में बैठक कर इस पत्र को पढ़कर लोगों को बताएं और व्यापक विचार विमर्श करें।
