मंत्रियो के निजी सचिव भ्रष्टाचार मामले पर सीएम योगी सख्त, निलंबन के साथ FIR दर्ज कराने के दिए निर्देश
ये SIT लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में गठित की जाएगी. आईजी, एसटीएफ और सतर्कता अधिष्ठान के वरिठ अधिकारी भी सदस्य होंगे. इसके अलावा विशेष सचिव आईटी राकेश वर्मा इस एसआईटी की जांच में सहयोग देंगे. मुख्यमंत्री ने एसआईटी को 10 दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा सभी अन्य ऐसे मामलों की समीक्षा के आदेश दिए हैं.
बता दें कि योगी सरकार में मंत्रियों के निजी सचिवों द्वारा भ्रष्टाचार का स्टिंग आने से हडकंप मच गया है. टीवी चैनलों ने मंत्रियों के विधानभवन स्थित कार्यालय कक्ष में उनके निजी सचिवों की तबादले, पट्टा और ठेका दिलाने के लिए डीलिंग का स्टिंग किया है. इनमें मंत्री ओम प्रकाश राजभर, अर्चना पांडेय और संदीप सिंह के निजी सचिव शामिल हैं. अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश चंद गुप्ता ने तीनों निजी सचिवों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. आज यानि कि गुरुवार को इन पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.