BJP एमएलसी बुक्कल नवाब का विवादित बयान कहा- बजरंगबली मुसलमान थे
![](https://i0.wp.com/www.khabrokichaupal.com/wp-content/uploads/2018/12/0521_bukkl3982569727737122261.jpg?fit=640%2C480&ssl=1)
लखनऊ| सपा से भाजपा में आए एमएलसी बुक्कल नवाब ने बजरंग बली को मुसलमान बताया है। बुक्कल का कहना है कि रहमान, सुल्तान, इमरान मुसलमानों के नाम हैं। उसी तरह हनुमान नाम मुसलमान का है। बुक्कल के बयान से पूरी पार्टी असहज हो गई है। वहीं, एक बार फिर विपक्षी पार्टियों को भाजपा पर हमला करने का मौका मिल गया है।
एमएलसी बुक्कल नवाब ने कहा कि वो मुसलमान इसलिए थे कि जो मुसलामानों में नाम रखे जाते हैं, रहमान, फुरखान, जीशान, अरमान, रेहान, जितने भी नाम रखे जाते हैं। हम लिस्ट 100 नामों की लिस्ट दे देंगे। इन सौ लोगों के नाम हनुमान जी पर ही रखे गए हैं,
इसलिए हम समझते हैं कि वह मुसलमान थे। उन्होंने कहा कि हमारे हिंदू भाई का नाम हनुमान जी के नाम पर नहीं मिलेगा। हिंदू भाई हनुमान पर नाम नहीं रख सकते। जैसे कोई हिंदू सुल्तान नाम नहीं रख सकता, रहमान नहीं रख सकता। उन्होने कहा कि हनुमान जी से मिलते जुलते नाम सिर्फ मुसलमान ही रखते हैं।
कांग्रेस के एमएलसी दीपक कुमार ने बुक्कल नवाब के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले तय कर ले कि हनुमान जी क्या जाति है। हमें तो सिर्फ इतना पता है कि हनुमान जी सभी के पूज्य देवता हैं और हनुमान जी पवनसुत हनुमान हैं। वह हमेशा से हम सभी के पूज्य थे और रहेंगे।
सपा प्रवक्ता राजपाल कश्यप का ने कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री सभी हनुमान जी की जाति बताने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री जी हनुमान जी को दलित बताते हैं, एक मंत्री उनको जाट बताते हैं, वहीं, अब बुक्कल नवाब उन्हें मुस्लिम बता रहे हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सीता जी को टेस्ट ट्यूब बेबी बताते हैं। अब तो सरकार में ही एकजुटता नहीं दिख रही है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलवर के मालाखेड़ा में हुई चुनावी सभा में हनुमान जी को दलित बताया था। योगी के इस बयान के बाद राजनीति गर्मा गई थी। इसके बाद तो हनुमान जी की जाति बताने की होड़ भाजपा से जुड़े लोगों में लग गई थी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल चौधरी ने कहा था हनुमान जी दलित नहीं आर्य थे। उत्तरप्रदेश अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नन्द किशोर साय ने बजरंगबली की जाति बताते हुए कहा था कि पवनपुत्र और केसरीनंदन कहे जाने वाले महावीर बजरंग बली हनुमान दलित नहीं, जनजाति के थे।
![](https://i0.wp.com/www.khabrokichaupal.com/wp-content/uploads/2020/11/PicsArt_11-12-05.34.21.png?resize=100%2C100&ssl=1)