यहां गरीब कन्याओं ने और मजबूत कर दिया हिन्दू-मुस्लिम के बीच की डोर,शादी समारोह में कायम हुई मिसाल,गवाह बना जखौली का शैक्षिक संस्थान

सामूहिक शादी समारोह,एक ही मंच पर जीवन भर के लिए एक-दूजे के हुए दो दर्जन जोड़ेमवई(अयोध्या) ! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही हिन्दुत्व के लिए जाने जाते हैं। लेकिन गरीब कन्याओं के ब्याह के लिए उनकी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक ही मंच पर हिन्दू-मुस्लिम कन्याएं वैवाहिक बंधन में बंध गईं। इन गरीब कन्याओं ने हिन्दू-मुस्लिम के बीच के डोर को और मजबूत करते हुए गंगा-जमुनी तहजीब को हमेशा के लिए यादगार बना दिया। इसका गवाह बने रुदौली के विधायक और पूरा प्रशासनिक अमला।https://youtu.be/8kenkkr2rLMतहसील रूदौली के जखौली गांव में आयोजित हुआ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह।सोमवार को रुदौली ब्लॉक क्षेत्र के जखौली में सामूहिक विवाह में न सिर्फ हिन्दू गरीब कन्याओं की शादी संपन्न हुई। बल्कि मुस्लिम पर्दानशीन कन्याओं का निकाह भी हुआ। बाद में एक ही मंच पर जयमाला भी पहनाया गया। इस दौरान विधायक रामचंद्र यादव स्वयं पुष्प वर्षा कर ही रहे थे। पूरा प्रशासनिक अमला घराती की वेष में फूल बरसा रहा था। इतना ही नहीं अंबेडकरनगर की प्रदिद्ध गायिका प्रतिमा यादव अपनी छोटी बहन संग वैवाहिक गीतों से समां बांधे हुई थी। यहां दो दर्जन जिन वर-वधुओं का विवाह धूमधाम से संपन्ना हुआ। उसमें आधा दर्जन मुस्लिम वर-वधू भी शामिल थे। अंत में विधायक ने सरकार की ओर से दान स्वरूप में सामग्री दान प्रदान किया और वर-वधुओं को खुशहाल जीवन का आशीर्वाद दिया। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का बखान किया। बोले, शहर की भांति अब गांवों के गरीब परिवारों को सामूहिक विवाह समारोह में अपनी बेटियों को वैवाहिक रस्मों में बांधने में बेहिचक आगे आना चाहिए। सरकार का पूरा फोकस गरीबों व किसान पर है।
60 रुपए था प्रति पैकेट लंच का रेटडीसी मनरेगा/रुदौली के बीडीओ नागेंद्र मोहन त्रिपाठी सामूहिक विवाह के अच्छे जानकार माने जाते हैं। इसी वजह से सीडीओ अभिषेक कुमार आनंद ने जिले में सबसे भव्य रुदौली के कार्यक्रम की जिम्मेदारी डीसी को सौंपा। वर पक्ष की पूरी खातिरदारी वैसे ही की गई थी। जैसे सामान्य लोगों के यहां शादी समारोहों में होती है। यहां प्रति पैकेट लंच की कीमत 60 रुपए प्रति पैकेट मूल्य का रखा गया था।
प्रशासन ने आभूषण समेत घरेलू सामान किया दानमुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में गरीब कन्याओं की शादी बड़ी धूमधाम से करने की जिम्मेदारी प्रशासन की रही। मुख्य विकास अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी अनिवार्य थी। लेकिन सीडीओ नहीं पहुंच पाए। वधू के लिए वस्त्र, पांव की पायल, बिछिया समेत घरेलू उपयोग के प्रेशर कूकर सहित अन्य जरूरी सामान प्रशासन की ओर से दान करके सारी रस्म पूरी की गई।
