February 16, 2025

अयोध्या में लगने वाली भगवान श्रीराम प्रतिमा को मंजूरी, 221 मीटर ऊंची होगी प्रतिमा

50149da5e25df287b548cc923cc97424.jpg

अयोध्या ! यूपी सरकार ने अयोध्या में प्रस्तावित भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा की फोटो शनिवार की देर रात जारी कर दी है। यह फोटो मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा प्रजेंटेशन देखने के बाद उनकी मंजूरी मिलने के बाद अधिकृत रूप से जारी की गई है।अपर मुख्य सचिव सूचना एवं पर्यटन अवनीश अवस्थी ने बताया कि अयोध्या में लगने वाली विशालकाय मूर्ति की स्थापना के लिए कुल पांच वास्तुविद् फर्मों को छांटा गया। इन फर्मों ने अपना प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किया। यूपी सरकार की योजना के अनुसार भगवान श्रीराम की कुल 221 मीटर ऊंची मूर्ति स्थापित होगी। इसमें 151 मीटर ऊंची भगवान श्रीराम की मूर्ति होगी। मूर्ति के ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र होगा। इसके साथ ही प्रतिमा का बेस-पैडस्टल 50 मीटर ऊंचा होगा। इस तरह कुल मिलाकर 221 मीटर ऊंची प्रतिमा होगी।
खास बात यह है कि इस 50 मीटर ऊंचे पैडस्टल के अंदर ही भव्य व अत्याधुनिक म्यूजियम का प्रावधान होगा जिसमें सप्तपुरियों में अयोध्या का इतिहास, इक्ष्वाकु वंश के इतिहास में राजा मनु से लेकर वर्तमान श्रीराम जन्मभूमि तक का इतिहास, भगवान विष्णु के सभी अवतारों का ब्योरा होगा। देश के सभी सनातन धर्मों के विषय में आधुनिक तकनीक पर प्रदर्शन की व्यवस्था होगी। इस योजना के लिए उपयुक्त जमीन का चयन के लिए सॉयल टेस्टिंग एवं विंड टनेल टेस्टिंग आदि के काम कराए जा रहे हैं।

पर्यटन विभाग लगाएगा मूर्ति

मूर्ति लगाने का काम पर्यटन विभाग करेगा। यह मूर्ति गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे स्थापित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा से भी ऊंची होगी। भगवान श्रीराम की प्रतिमा के सरयू नदी के किनारे स्थापित होने की पूरी संभावना है। सरदार पटेल की प्रतिमा देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मभूषण रामसुतार के मार्ग निर्देशन में तैयार हुई थी, इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि भगवान श्रीराम की मूर्ति भी रामसुतार के ही मार्ग निर्देशन में बनेगी। विशेष बात यह भी है कि रामसुतार आज के प्रजेंटेशन में खासतौर से मौजूद रहे। वे मायावती द्वारा अपने कार्यकाल में बनाए गए स्मारकों का काम भी देख चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Discover more from KKC News Network

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading