[अयोध्या के एक मंदिर में संत की हुई जघन्य हत्या,पुलिस जाँच में जुटी]

घटनास्थल फोटो-विद्या माता मंदिर
?रामनगरी में मंदिर कब्जेदारी को लेकर संत की हत्या से मचा हड़कंप भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हत्या की जाँच में जुटी पुलिस।
[वासुदेव यादव-ब्यूरो रिपोर्ट]
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अयोध्या-:
======रामनगरी अयोध्या के सावन माह में मंदिरों में चल रहे झूलनोत्सव अपने चरम पर मनाया जा रहा था तो वहीँ दूसरी तरफ अयोध्या के मंदिर में एक संत की बेरहमी से हाथ पैर बांधकर व गला घोटकर ह्त्या के घटना को अंजाम दिया गया।इस घटना की पुख्ता जानकारी मिलते ही जिले सभी अधिकारी मौके पर पहुँच कर जाँच में जुट गए।
[अयोध्या के मंदिर में संत की हत्या]
अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के विद्या कुंड के पास स्थित विद्या माता मंदिर के अन्दर बलिया जिले के रहने वाले 65 वर्षीय संत राम शरण दास का बेहरमी से ह्त्या कर दिया गया। यह ह्त्या मंदिर के नीचे स्थित एक कमरे में हाथ पैर बांध कर मुंह को दबाकर ह्त्या किया गया है।यहां के सूत्रों के मुताबित माना जा रहा हैं कि यह ह्त्या मंदिर के कब्जेदारी के विवाद को लेकर ह्त्या हुआ है।विद्या माता मंदिर में मृतक संत राम शरण दास व संत परमात्मा दास के बीच पिछले कई वर्षो से मंदिर कब्जेदारी को लेकर विवाद चल रहा था इस विवाद के कारण दोनों पक्ष धारा 151व 107,16 में कई बार जेल भी जा चुके हैं।इस घटना की जानकारी मिलते ही फैजाबाद एस एस पी मनोज कुमार एस पी सिटी अनिल सिंह सिसौदिया सीओ राजू कुमार साव भारी संख्या में पुलिस बल के साथ डाग स्क्वाड, व प्रिंगा प्रिंट एक्सपर्ट की टीम जाँच में जुटे हुए हैं।पत्रकारों की सूचना पर रायगंज चौकी प्रभारी यसवंत द्विवेदी गत रात शाम को वहां गए पर मामला की पुष्टि न होने पर वापस आ गए थे। बाद में सच मे हत्या की पुष्टि हुई तो फिर घटनास्थल पहुंचे।
[जिले के सभी अधिकारी मौके पर]
अयोध्या-:
======सीओ राजू कुमार साव ने बताया कि विद्या माता मंदिर में रहने वाले संत राम शरण दास की हत्या किया गया है। यह ह्त्या मंदिर के कब्जेदारी विवाद को लेकर देखा जा रहा हैं जिसकी जाँच की जा रही है मृतक के करीबी रहे शनि दास के द्वारा लिखित सुचना के आधार पर संत परमात्मा दास को हिरासत में ले लिया गया हैं।जल्द ही ह्त्या के पीछे की मुख्य वजह सामने आ जाएगा बहरहाल अभी मन्दिर विवाद व कब्जे का मामला सामने आ रहा है। बहरहाल अयोध्या में अब पैर दबाकर महंत नही गला दबाकर प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है। जर जोरू जमीन के चक्कर मे अब अयोध्या के सन्त महंत हत्या मर्डर करने व सुपारी किलर से करवाने में भी नही हिचकते है। यह सब इसी का एक नतीजा है, अगर पूर्व में पुलिस सख्त कार्यवाही करती तो ऐसी नौबत नही आती ?
