काश्तकारों के विरोध के चलते नहीं गठित हो सकी चकबंदी समिति, मांग पत्र सौंपा।
[माधव बाजपेई-ब्यूरो रिपोर्ट]
शुकुलबाजार(अमेठी)-:
==============विकासखंड़ की ग्राम पंचायत इक्काताजपुर के अंतर्गत राजस्व ग्राम इक्काताजपुर में काश्तकारों के विरोध के चलते चकबंदी समिति का गठन नहीं हो सका जिसके चलते चकबंदी कर्मियों को विरोध का सामना करना पड़ा गौरतलब है कि इन दिनों विकासखंड शुकुल बाजार के कई राजस्व ग्रामों में चकबंदी की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है जिसके चलते राजस्व ग्राम इक्काताजपुर में चकबंदी भूलेख निरीक्षक व चकबंदी लेखपाल द्वारा चकबंदी समिति के गठन के लिए एक बैठक जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण में बुलाई गई थी जिसमें काश्तकार किसी भी दशा में चकबंदी कराने को तैयार नहीं है इसके लिए ग्रामीणों ने एक मांग पत्र सहायक चकबंदी अधिकारी बाजार शुक्ल व जिलाधिकारी अमेठी को प्रेषित करते हुए मांग की है कि वर्ष 1983 – 84 में स्वैच्छिक चकबंदी कराई गई थी जिसमें कोई आपत्ति चकबंदी अधिकारी के यहां नहीं हुई थी तथा पूर्ण संतोषजनक चक एवं चकमार्ग बने थे जिससे ग्रामसभा की जनता अब तक संतुष्ट है दूसरा कहना यह था कि अधिकांश किसानों ने सिंचाई के साधनों को अपने खेतों में स्थापित कर किया है जानवरों की सुरक्षा के लिए खेतों में तार एवं वृक्षों को लगाकर उसे सुरक्षित कर लिया है साथ ही साथ खेतों तक जाने वाले चकमार्ग एवं सेक्टर मार्ग या तो पक्के हो चुके हैं या उन पर मिट्टी डालकर रास्ते बना दिए गए हैं चकबंदी से काश्तकारों को नुकसान के सिवा कुछ नहीं होगा इतना ही नहीं चकमार्ग और सेक्टर मार्ग के किनारे लोगों ने अपने दुकान या मकान भी स्थापित कर लिए हैं जिसके चलते यदि चकबंदी होती है तो लोगों को भारी क्षति होगी ग्रामीणों के विरोध के चलते चकबंदी समिति का गठन नहीं हो सका गौरतलब है कि इसके पूर्व भी एक बैठक बुलाई गई थी जिसने भी इस समिति का गठन नहीं हो पाया था ग्रामीणों के अनुसार वह चकबंदी नहीं चाहते एवं वह पूर्ण रुप से संतुष्ट हैं लोगों ने हस्ताक्षरयुक्त एक पत्र सहायक चकबंदी अधिकारी शुकुल बाजार को देते हुए चकबंदी न कराने की मांग की है।