शिखा सूत्र गायत्री से दूरी बनी ब्राह्मणों के पतन का कारण-आचार्य सौरभ।
[सुमंगल दीप त्रिवेदी]
बाराबंकी-:राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी की बाराबंकी ईकाई द्वारा एक विचार गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन श्री मत्थेश्वर महादेव मंदिर(खसपरिया बाबा) केवाड़ी मोड़, सफेदाबाद में किया गया।गोष्ठी में बतौर मुख्यअतिथि पधारे युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक मिश्रा ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार में अब तक करीब 140 ब्राहम्ण बंधुओं की हत्या की जा चुकी है। प्रदेश सरकार पूरे तौर सो रही है। रायबरेली, गाजीपुर, नोएडा में हुईं ब्राहम्णों की हत्याएं इनका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। श्री मिश्र ने आगे कहा कि अब धरना प्रदर्शन से काम नहीं चलेगा। सभी ब्राहम्ण बंधुओं को एकजुट होकर सरकार की कलई खोलनी होगी। उत्तर प्रदेश में ब्राहम्णों को एकजुट करने की विशेष आवश्यकता है। उन्होनें आगे कहा कि हम लोग सरयूपारीण और कान्यकुब्जीय में विभाजित होते जा रहे हैं।जबकि हमारे इस अलगाव का अन्य जातियां फायदे उठा रहे हैं। ब्राहम्ण समाज का उत्थान आवश्यक है।प्रदेश प्रभारी अनुपम शुक्ला ने कहा कि आने वाला समय ब्राहम्णों का है। हम सभी विप्रों को अब एकजुट होना होगा। बाराबंकी जनपद की इकाई ब्राहम्णों की एकजुटता के लिए जिस प्रकार कार्यरत है, यह अपने आप में एक उत्कृष्ट उदाहरण है।आचार्य सौरभ ने ब्राहम्णों के खोते जा रहे अस्तित्व के कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम लोग अपने बंधुओं की कमियों को देखते हैं। जबकि उनके अंदर बसने वाली तमाम अच्छाइयों को नजरन्दाज कर देते हैं। हम लोगों ने गायत्री का त्याग कर दिया है। सिर पर शिखा का त्याग कर डाला है। ब्रह्मसूत्र गायब हो रहा है। यदि हम लोगों को अपने खोते जा रहे अस्तित्व की रक्षा करनी है तो हमें शिखा और सूत्र को धारण करना ही होगा।जिलाध्यक्ष पूर्णेन्दु मिश्र ने कहा कि हम लोगों के बीच आपसी दूरी पर हम सबको विचार करना होगा। विचारों में शुद्धता को प्राथमिकता देनी होगी। ताकि लोगों के बीच हम स्वयं में एक उदाहरण बनकर सामने आयें। विचारों की शु़द्धता के साथ ही हम लोगों का विकास शुरू हो जायेगा।गोष्ठी में विशेष रूप से ओज कवि विनय शुक्ला ने अपनी कविताओं से मौजूद लोगों को रोमांचित कर दिया।गोष्ठी में प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर मिश्र, प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष संगम तिवारी, दिलीप पाण्डेय, देवेन्द्र शुक्ला, अनूप त्रिवेदी, पुष्पेन्द्र मिश्रा, प्रबंधक राजीव आदर्श मेमोरियल विद्यालय सतिरख धर्मेन्द्र शुक्ला, सुमंगल दीप त्रिवेदी, आदर्श नागेन्द्र नाथ पाण्डेय, आलोक शुक्ला, गौरव मिश्रा, अनुभव शुक्ला, अधिवक्ता राजकुमार पाण्डेय, संतोष शुक्ला, लवलेश पाण्डेय, सिद्धार्थ पाण्डेय सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।