मवई(अयोध्या) : अधूरे पड़े है सचिवालय के कार्य,कैसे काम करे गांव की सरकार

मवई ब्लॉक में सरकार के आदेश का ऐसे हो रहा है पालन
कुल 55 ग्राम पंचायतों में सिर्फ दर्जन भर पंचायतों में शुरू हो सका संचालन
कही फर्नीचर नही तो कही कम्प्यूटर की कमी और कही तो अभी टाइल्स ही नही बिछी
मवई(अयोध्या) ! जिले के मवई ब्लॉक में जिम्मेदारों की सुस्ती की वजह से विकास का पहिया गति नही ले पा रहा है।शासन का निर्देश था कि अप्रैल तक ग्राम सचिवालय का कार्य पूरा हो जाय।लेकिन यहां मई माह बीतने को है।और अभी तक कुल 55 ग्राम पंचायतों में से सिर्फ दर्जन भर के करीब सचिवालयों का सफल संचालन शुरू हो पाया है।वो भी जो पुराने भवन थे।नए भवनों में कुछ को छोड़ बाकी कही फर्नीचर नही तो कही कम्प्यूटर की कमी और कहीं कहीं तो अभी भवन में टाइल्स तक नही बिछ पाई है।ऐसे में जब अधूरे पड़े है सचिवालय के कार्य तो कैसे काम करे गांव की सरकार।
बताते चले कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत भवन को ग्राम सचिवालय बनाने का निर्देश दिया था।जहां पंचायत भवन नही था वहां नव निर्माण करने का निर्देश दिया था।और उसे अप्रैल माह तक पूरा करने का भी सख्त निर्देश दिया था।इसके पीछे सरकार की मंशा थी कि ग्रामीणों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए ब्लॉक से लेकर जिला मुख्यालय तक चक्कर न लगाना पड़े।मवई ब्लॉक में कुल 55 ग्राम पंचायतें है।जिसमें 33 ग्राम पंचायतों में नए सचिवालय का निर्माण शुरू हुआ और कुछ पुराने भवनों को ही दुरुस्तीकरण कराया गया।पहले ये कार्य तेजी से चला।लेकिन बाद में गति सुस्त पड़ गई।यही कारण है कि 33 सचिवालयों में से सैमसी विहारा चंद्रामऊ बैरम उमापुर रतनपुर शेरपुर रामपुर जनक संडवा जैसुखपुर डिलवल बाबूपुर बसौड़ी शहबादचक मैरामऊ मवई सहित करीब दो दर्जन ग्राम पंचायत अभी आधे अधूरे है।कुछ में फर्नीचर नही तो कुछ में कम्प्यूटर नही।तो कुछ भवन में अभी टाइल्स नही लग पाई।
साज-सज्जा व कंप्यूटर पर 1लाख 75 हजार का खर्च
प्रत्येक ग्राम पंचायत में बन रहे ग्राम सचिवालय की साज-सज्जा, फर्नीचर व कंप्यूटर खरीद के लिए 1.75 लाख रुपये मिलें है।जिससे फर्नीचर कंप्यूटर व अन्य उपकरणों की खरीद ग्राम पंचायतों को अपने स्तर से करनी थी।कार्यालय में इंटरनेट की व्यवस्था भी ग्राम पंचायतें करेंगी।प्रत्येक ग्राम सचिवालय में 25 कुर्सियां, तीन आफिस या कंप्यूटर मेज, दो स्टील की अलमारी, सोलर पैनल, बैटरी, इनवर्टर, दो दरी, तीन पंखे, डेस्कटाप कंप्यूटर, यूपीएस, प्रिंटर व वेबकैम के अलावा एक सीसीटीवी कैमरा खरीदना था।
5 ग्राम पंचायतो में भवन जर्जर तो 5 में सहायक पंचायत की नही हुई नियुक्ति
मवई ब्लॉक के कुल 55 पंचायतों में से बघेडी बरौली सेबढारा अशरफनगर देवईत और माँजनपुर का भवन जर्जर होकर खंडहर में तब्दील हो गया है।यहां नए भवन बनने के लिए प्रस्तावित है।वही सहायक पंचायत की नियुक्ति को लेकर बसौड़ी जैसुखपुर अशरफनगर सहित 4 ग्राम पंचायत का मुकदमा चल रहा है।जिससे नियुक्ति नही हो पाई है।यही मामला सिपहिया कोटवा का भी है।
“शासन के आदेश पर निर्धारित समय सीमा के अंदर ग्राम सचिवालयों का निर्माण कर व उसे सुसज्जित करने का सख्त निर्देश दिया गया था।लेकिन कुछ सचिवालय अभी अधूरे है।ये बात सही है।उन्हें शीघ्र पूरा करने के लिए ब्लॉक के अधिकारी व प्रधानों को सख्त निर्देश दिया गया।इन्होंने बताया कि इस माह तक हर हाल में कार्य पूरा हो जाएगा।”
शीतला प्रसाद
जिला पंचायत राज अधिकारी
अयोध्या
