July 27, 2024

बाराबंकी : सरकारी स्कूल के छात्रों को ऑनलाइन पढा रही ‘दिव्या और ममता’

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बाराबंकी के सरकारी स्कूल के छात्रों को टाइमटेबल के तहत पढाई, होमवर्क के साथ कक्षा जैसी अनुभूति

बाराबंकी : लॉकडाउन में ऑनलाइन पढाई को लेकर कान्वेंट विद्यालयों से इंग्लिश मीडियम सरकारी विद्यालय भी एक कदम पीछे नहीं है। सरकारी स्कूल व छात्रों के पास संसाधन का अभाव होने के बावजूद भी ऑनलाइन कक्षाओं से छात्रों का भविष्य संवारा जा रहा है। लॉकडाउन के कारण कानपुर-लखनऊ में रहकर शिक्षिकाएं दरियाबाद के सरकारी स्कूल के छात्रों को ऑनलाइन पढा रही है। टाइम टेबल के अनुसार कक्षाएं लगती हैं। होमवर्क के साथ ही विद्यालय ऑनलाइन क्लास में विद्यालय जैसी कक्षाएं चलती हैं। छात्रों को भी पढाई में रुचि ले रहे हैं।

दरियाबाद के इंग्लिश मीडिया प्राथमिक विद्यालय मिरकापुर में तैनात दो शिक्षिका प्रधानाचार्य ममता सिंह व सहायक अध्यापक दिव्या मिश्र ने छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए अभिभावक से वार्ता की। उनके व्हाट्सएप नंबर एकत्र किए। इसके बाद व्हाट्सएप ग्रुप इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय मिरकापुर ऑनलाइन के नाम से बनाया है।इस ग्रुप में कक्षा की तरह कार्य दिया जाता है। इसके बाद बच्चे उसे अपनी कॉपी पर हल करके वापस ग्रुप पर भेजने की बात कही जाती है। बच्चे भेजते है। जिसे चेक कर त्रुटि सुधार कर वापस हर बच्चे की कॉपी ग्रुप पर डाली जाती है। ऑनलाइन कक्षाएं रुचिकर बनाएं रखने का भी ख्याल रखा जाता है। कलाकृति बनाकर शिक्षिकाएं ग्रुप पर डालती है और उसी तरह आकृति बनाकर बच्चे वापस भेजते हैं। जिसकी हाथ की कलाकारी अच्छी होती उसकी सराहना के साथ अन्य छात्रों को सुधार करने की बात भी कही जाती है। व्हाट्सएप पर ऑनलाइन क्लास में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, संस्कृत, पर्यावरण, कला, सामान्य ज्ञान, रीजनिंग की कक्षाएं संचालित होती है। प्रधानाचार्या ममता सिंह बताती हैं कि लॉक डाउन में पढ़ने का अच्छा वक्त बच्चों के पास भी हैं।उनकी पढ़ाई बाधित न हो, इसलिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई हैं। सहायक अध्यापक भी सहयोग कर रही हैं। करीब दो दर्जन छात्र अभी तक ऑनलाइन पढ़ रहे हैं। लगातार अन्य अभिभावकों से वार्ता कर प्रयास जारी है। कोरोना की वजह से ग्रामीण क्षेत्र में कई समस्याएं आ रही हैं, फिर भी अभिभावकों से वार्ता कर रहें हैं। बच्चे भी पढ़ने में मन लगा रहे हैं।

आज का दिन कितना खास, जाने :

लॉकडाउन में छात्र ऊबे न, इसकी भी जिम्मेदारी है। प्रतिदिन क्लास शुरू होने के साथ ही उस दिन क्या रहा खास, उसे विस्तार से लिखकर शिक्षिकाएं बताती हैं। फिर छात्र प्रश्न पूछते, शिक्षिकाएं जवाब देती हैं। गृह कार्य भी छात्रों को दिया जाता है। दूसरे दिन उसकी चेकिंग भी ऑनलाइन होती है।

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