अयोध्या :तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे है ये दावा किताबी है
मवई(अयोध्या) !ये कहावत बिल्कुल सटीक बैठ रही है सैदपुर सरकारी राशन के दुकानदारों व सफ्लाई इंस्पेक्टर लालमणि पर ! सैदपुर सरकारी राशन न बटने की शिकायत ग्राम प्रधान द्वारा विधायक व उपजिलाधिकारी से की गई थी विधायक ने उपजिलाधिकारी को तत्काल आदेश देते हुए कहा कि 24 घंटे के भीतर जांच की जाए देश में चल रही महामारी को लेकर विधायक ने कड़े शब्दों में कहा अगर किसी कोटेदार ने राशन बाटने के बजाय ब्लैक किया है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
उपजिलाधिकारी बिपिन सिंह द्वारा सफ्लाई इंस्पेक्टर लालमणि जांच के लिए लगाए गये।अक्सर देखा जाता है कि सफ्लाई इंस्पेक्टर कोटेदारों पर मेहरबान होते है तो ऐसे में कार्यवाही का कोई बात ही नही बनती।जांच के बजाय कोटेदारों के कुछ करीबी लोगों से खाना पूर्ति कर रहे थे।खाना पूर्ति की सूचना उपजिलाधिकारी बिपिन सिंह को दुबारा दी गई उसके बाद सफ्लाई इस्पेक्टर लालमणि ने छोटा गनेशपुर में जांच के लिए आये जहाँ पर तीन दर्जन लोग बताये की साहब राशन 2 महीने से राशन नही मिला।
कार्ड धारकों ने कहा साहब जब राशन लाने जाते है तो अंगूठा रखवा लेते है तब कहते है कि जाओ दुबारा आना अंगूठा स्कैन नही हुआ इस तरह दर्जनों चक्कर लगाने पड़ते है लेकिन राशन दूसरे महीने ही मिलता है।
सूत्रों की माने तो सफ्लाई इंस्पेक्टर जांच के बाद कोटेदार के ऊपर कार्यवाही के बजाय मेडिकल लगा कर बिहारा ग्रामसभा में अटैच कर दिया है इससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना मेहरबान है कोटेदार पर सफ्लाई इंस्पेक्टर लालमणि। अक्सर ये कहावत इस समय कृतार्थ कर रही है।तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे है ये दावा किताबी है।बिल्कुल ये शायर सफ्लाई इंस्पेक्टर साहब व कोटेदार बार एकदम सटीक बैठती है कागजो में राशन तो बाटा जाता है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।अब देखना ये है कि कोटेदार और कोटेदार को बचाने वाले के खिलाफ कार्यवाही होगी या नही।