रुदौली क्षेत्र की कर्बलाओं में नम आंखों के बीच 729 ताजिया हुई सुपुर्देखाक

रुदौली(अयोध्या) ! इस्लाम के आखिरी पैगम्बर हजरत मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन और हसन की याद में मंगलवार को मुस्लिम समुदाय की ओर से मातमी पर्व मोहर्रम अकीदत के साथ मनाया गया।इसके बाद ढोल नगाड़े तासा के ध्वनि के बीच सैदपुर मवई रुदौली शुजागंज पटरंगा मखदूमपुर नगरा आदि जगहों पर भव्य ताजियों का जुलूस निकाला गया।और देर शाम सभी ताजियों का नाम आंखों के बीच क्षेत्र की कर्बलाओं में सुपुर्देखाक किया गया।इस दौरान सैदपुर में एकता की मिशाल दिखी।
यहां गांव के बाहर स्थित कर्बला में मुस्लिम के साथ सैकड़ो की संख्या में हिन्दू धर्म के लोग भी सामिल हुए।जिसमें अधिकतम लोग पायक भी बने थे।पटरंगा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के विभिन्न कर्बलाओं में शांतिपूर्वक ताजिया दफन हुई।पटरंगा थाना क्षेत्र के हल्का नंबर एक के दरोगा अभिषेक त्रिपाठी ने बताया सायं साढ़े चार बजे तक रानीमऊ नगरा मैरामऊ में रखी गई ताजिया दफन की जा चुकी थी।रुदौली क्षेत्राधिकारी डा0 धर्मेंद्र कुमार यादव ने बताया कि सर्किल क्षेत्र में रखी गई 729 तजियाओं को पुलिस की कड़ी अभिरक्षा में शांतिपूर्ण ढंग से दोपहर बाद क्षेत्र की कर्बलाओं में सुपुर्देखाक किए जाने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर शाम तक चलता रहा।जिसमें रुदौली कोतवाली क्षेत्र में 275 पटरंगा क्षेत्र में 51व मवई क्षेत्र में कुल 403 ताजियां रखी गई थी।
