गोंडा:गाजी की दरगाह में गूंजीं शहनाइयां, जायरीन ने मांगीं मुरादें

गाजी की दरगाह में गूंजीं शहनाइयां, जायरीन ने मांगीं मुरादें
वजीरगंज(गोंडा) !सैय्यद सालार रज्जब अली हटीला शाह गाजी की दरगाह पर रविवार को पहली चौथ पर जायरीन का जन सैलाब उमड़ पड़ा। देश के कई प्रांतों व पड़ोसी मुल्क नेपाल से हजारों जायरीन दरगाह पहुंचकर निशान व चादर चढ़ाकर मुरादें मांगीं। 200 से अधिक बारातें भी दरगाह पहुंचीं। ढोल – मजीरों के धुनों पर नाचते – गाते लोग काफी संख्या में बारात के साथ मजार -ए-शरीफ पहुंचे और दहेज का सामान चढ़ाया।दरगाह स्थित खादिमों ने शनिवार देर रात्रि गुलाब जल, चंदन और केवड़े के साथ 111 घड़े पानी से गाजी के आस्ताने को नहलाया। मजार- ए -शरीफ को फूलों से दूल्हे की तरह सजाया गया। सर पर सेहरा भी रखा गया । दरगाह प्रवंध समिति ने मजार-ए-शरीफ पर पहली चादर चढ़ाई। देर रात मजार-ए-शरीफ का मुख्य नाल दरवाजा बारातों के लिए खोल दिया गया । काफी संख्या में लोग नाचते-गाते बारातों के साथ दरगाह पहुंचने लगे। भोर में 4 बजे से ही दरगाह पर जियारत करने का सिलसिला शुरू हुआ था। हजारों की संख्या में जायरीन दरगाह पर मत्था टेकने के लिए पहुंच गए और गागर व चादर चढ़ाई। देर रात्रि तक यह कार्यक्रम चलता रहा। हजारों की संख्या में निशान चढ़ाए गये। दरगाह प्रबंध समिति के अध्यक्ष वारिस अली शाह ने बताया कि देर रात्रि तक बारातों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। नेपाल , बांग्लादेश , राजस्थान , महाराष्ट्र , विहार एवं उत्तर प्रदेश के कई जिलों से 200 से अधिक बारातें पहुंची । जायरीनों ने अपनी बारात के साथ लाए गए दहेज का सामान पलंग , पीढ़ी , फल , फूल , मेवा , गहना व कपड़ा चढ़ाया गया ।
