पुलवामा हमले पर सर्वदलीय बैठक, सरकार और जवानों के साथ खड़ा विपक्ष
दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी देने के लिए सर्वदलीय बैठक संसद भवन में शुरू हो गई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस घटना के बारे में सभी पार्टियों को जानकारी देने के लिए यह बैठक बुलाई गई है ताकि पूरा देश इस मुद्दे पर एक स्वर में बात कर सके।
बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय एवं डेरेक ओ’ब्रायन, शिवसेना के संजय राउत, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के जितेंद्र रेड्डी, भाकपा के डी राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला और लोजपा के रामविलास पासवान समेत कई अन्य नेता शामिल हैं।
राजनाथ सिंह हमले के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को कश्मीर में मौजूद थे। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि दलों को पुलवामा में हुए हमले और सरकार ने अब तक इस संबंध में क्या-क्या कदम उठाएं हैं इस बारे में सूचित किया जाएगा। अकाली दल के नरेश गुजराल, रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा एवं राजद के जय प्रकाश नायाराण यादव भी इस बैठक में शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का फैसला किया गया था।
इससे पहले कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक में शुक्रवार को पुलवामा आतंकी हमले के बाद पैदा हुए हालात पर चर्चा की गई। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई कोर कमेटी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद तथा पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
वैसे, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में दो टूक कहा कि इस मामले पर पार्टी सरकार और अपने जवानों के साथ खड़ी है। गांधी ने कहा, ‘‘यह बहुत भयावह त्रासदी है। आतंकवाद का मकसद हमारे देश को तोड़ना और बांटना है लेकिन मैं यह साफ कहना चाहता हूं कि इस देश को कोई भी शक्ति तोड़ नहीं सकती, बांट नहीं सकती।