बिना कनेक्शन गांवों में कटिया से जल रहीं हाईमास्ट लाइटें,विधुत विभाग को लाखो का लग रहा चूना

न तो पंचायत महकमा ध्यान दे रहा है और न ही बिजली विभाग,जवाब देने से कतरा रहे विधुत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी
[माधव बाजपेई की रिपोर्ट]
शुकुलबाजार(अमेठी) ! ग्रामीण बिजली चोरी करें तो उन पर कार्रवाई के लिए विभाग मुस्तैद रहता है,पर सरकारी महकमों की ओर से की जा रही बिजली चोरी पर जिम्मेदार मौन हैं। गांवों में स्ट्रीट लाइट तो लगवा दी गई पर विद्युत कनेक्शन नहीं लिया गया। ग्राम पंचायतों को चोरी की बिजली से जगमग किया जा रहा है इसके बाद भी विभाग ने इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया है।ग्राम पंचायतों में मार्ग प्रकाश व्यवस्था के लिए स्ट्रीट लाइट लगवाई गई है, जिससे गांव तो जगमग हो रहे हैं। बिजली विभाग को हर माह लाखों रुपयों की चपत लग रही है ।ग्राम पंचायतों में खुलेआम कटिया से हाईमास्ट लाइटें जल रहीं हैंजिस पर न तो पंचायत महकमा ध्यान दे रहा है और न ही बिजली विभाग। विभागीय अधिकारियों की नजर इस ओर नहीं जा रही है।
राज्य वित्त व 14वां वित्त के मद से लगी हैं स्ट्रीट लाइट
गांवों को जगमग करने के लिए राज्य वित्त व चौदहवां वित्त आयोग के मद से स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई हैं।एक लाइट लगवाने में पांच से छह हजार रुपए भी खर्च किए गए हैं।पर इन्हें जलाने के लिए बिजली विभाग से कनेक्शन नहीं लिया गया है। स्थानीय विकास खण्ड में करीब पच्चास ग्राम पंचायतों में यह लाइटें लगवाई गई हैं। विद्युत कनेक्शन न लेने से इन लाइटों के लिए ग्राम पंचायतों को न तो विद्युत बिल का भुगतान करना पड़ रहा है और न ही इसके लिए कोई पूछने वाला है। सभी लाइटों के जलने से बिजली विभाग को प्रति माह लाखों रुपए के बिल का नुकसान हो रहा है।
दिन में भी जलती है स्ट्रीट लाइट
शुकुलबाजार,अमेठी : गांवो का अंधेरा दूर करने के उद्देश्य से लगाई गई हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट दिन में भी जलती दिखाई दे रही हैं। पंचायत प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ चुका है। हालाकि इससे प्रतिमाह बिजली विभाग का लाखों रुपए का नुकसान भले ही हो रहा है, लेकिन जिम्मेदारों की इस बात की कतई परवाह नहीं है।एक ओर बिजली बचत के लिए सरकार द्वारा तमाम कोशिशें की जा रहीं हैं वहीं दूसरी ओर पंचायत प्रशासन अपने अड़ियल रवैये के चलते दिन में भी हाईमास्ट लाइटें जला रहा है।स्ट्रीट लाइटों को बुझाने की जहमत जिम्मेदार नहीं उठा रहे हैं।
इनसेट
‘गांवों में राज्य वित्त व चौदहवां वित्त के धन से स्ट्रीट लाइट लगवाई जा सकती है।इसके लिए बाकायदा विद्युत कनेक्शन लेकर ही लाइट लगवाए जाने का प्रावधान है। राज्य वित्त के मद से विद्युत बिल का भी भुगतान किया जाना है। अगर बिना कनेक्शन लाइट लगवाई गई है तो उसकी जांच कराई जाएगी।’
