एम थ्री ईवीएम से होंगे लोकसभा चुनाव : मुख्य चुनाव आयुक्त

चुनाव में पराजय के बाद अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने वाले राजनीतिज्ञों और राजनीतिक दलों को अब चुनाव आयोग ‘एम थ्री’ ईवीएम के जरिए चुनौती देगा।आयोग लोकसभा चुनाव 2019 में इस नई जनरेशन की ईवीएम का प्रयोग करेगा। मतदाता अपने अधिकार का पूरा प्रयोग कर सकें इसके लिए उन्हें ‘सी विजिल एप’ की पावर दी गई है। यह जानकारी भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।जीआईसी झांसी में आयोजित पुरातन छात्र सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त ने साफ कहा कि आयोग की साख को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने बताया कि आयोग ने भी नई जनरेशन की ईवीएम से लोकसभा चुनाव कराने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा ‘सी विजिल एप’ भी तैयार किया है, इसमें वोटर फोटो व वीडियो भेज सकते हैं। आयोग इसके आधार पर कड़ी कार्रवाई करेगा और वोटर को इसकी जानकारी देगा। उन्होंने बताया कि इलैक्ट्रोरल (मतदाता सूची) प्यूरीफाई का काम चल रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि हावर्ड विश्वविद्यालय ने इलैक्ट्रोरल इंटेग्रिटी इंडेक्स बनाया है जिसमें भारत की अच्छी ग्रेडिंग रही है। उन्होंने बताया कि 2014 के उप्र के चुनाव में 59 और 2015 में बिहार में 69 ग्रेडिंग रही है। वर्ष 2017 की रिपोर्ट आने का इंतजार है, उन्होंने कहा कि इससे विश्व में भारत के चुनाव आयोग की साख बढ़ी है।
‘एम थ्री’ ईवीएमनई जनरेशन की यह मशीन टेंपर डिटेक्ट मैकेनिज्म से लैस है जो छेड़छाड़ का प्रयास करने पर तत्काल फैक्ट्री मोड में चली जाएगी। ईवीएम का निर्माण भारत में ही होता है। रक्षा मंत्रालय की कंपनी भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (बीईएल) और परमाण ऊर्जा मंत्रालय की कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन ऑफ इंडिया (ईसीआईएल) में ही ईवीएम का निर्माण कराया जाता है
