अयोध्या : कोरोना काल मे जलसंरक्षण के लिए जिला प्रशासन की बड़ी पहल।
अयोध्या : कोरोना काल मे जलसंरक्षण के लिए जिला प्रशासन की बड़ी पहल।
जिले के 827 ग्राम पंचायतों में स्थित 548 तालाब और 34 बड़ी झील की खुदाई कराया प्रारम्भ।
डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन राम त्रिपाठी ने बताया मनरेगा योजना अंतर्गत 15 जून से शुरू है युद्ध स्तर पर काम।
अयोध्या : कोरोना काल में जल संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी पहल शुरू कर दी है।जिला प्रशासन के इस पहल के तहत जिले भर के लगभग 827 ग्राम पंचायतों में स्थित पांच सौ से अधिक तालाब व करीब ढाई दर्जन बड़े झील खोदे जाएंगे।इतना ही नही 15 जून से सभी तालाबों व झीलों की खुदाई का काम भी शुरू करा दिया गया है।तालाब व झील की खुदाई काम केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना मनरेगा के तहत कराया जा रहा है।
बताते चले भूजल स्तर के लगातार गिरने के कारण पीने के पानी की किल्लत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।ऐसे में प्रधानमंत्री की ओर से जल संचयन का आवाहन लगातार किया जा रहा है।जिस पर प्रशासन की ओर से एक बड़ी पहल शुरू करते हुए तालाबों व झीलों की खुदाई का काम भी शुरू करवा दिया गया है।ग्रामीण इलाकों में स्थित तालाबों व झीलों की खुदाई कर जल संरक्षण किया जाएगा।इससे न सिर्फ वर्षा के जल का संचयन होगा,बल्कि गिरते भूजल स्तर को रोकने में भी काफी मदद मिलेगी।गांवों में खेतों की सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था होने के साथ ही जानवरों,पक्षियों को प्यास बुझाने का इंतजाम भी हो जाएगा।डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन राम त्रिपाठी ने बताया कि जिले के 827 ग्राम पंचायतों में स्थित जल संरक्षण के लिए 548 तालाबों व 34 बड़ी झीलों को चिन्हित कर व राजस्व द्वारा उसका सीमांकन कराकर खुदाई 15 जून से प्रारंभ करा दी गई है।यह काम बरसात के दिनों में भी चलता रहेगा।जब तक कार्य पूरा न हो तालाबों की खुदाई जारी रहेगी।जिससे इसी बरसात में तालाबों व झीलों में पानी का संग्रह हो जाए।
विसुही नदी पर भी शुरू हुआ काम
पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर से जिले के बीकापुर हरिंगटनगंज व तारुन ब्लॉक से गुजरते हुए तमसा नदी में मिलने वाली विसुही नदी पर भी खुदाई का कार्य चल रहा है।डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन राम त्रिपाठी ने बताया जल संरक्षण के उद्देश्य से जिले में आई विसुही नदी पर भी 61 किलोमीटर तक की खुदाई शुरू कराई गई है।इस नदी पर 7.25 लाख की अनुमानित लागत से काम चल रहा है।
लगभग 1 लाख 2 हजार 459 श्रमिकों को मिल रहा कार्य
डीसी मनरेगा की माने तो जिले के 827 ग्राम पंचायत में मनरेगा के कार्य चल रहा है।जिसमें 1 लाख 2 हजार 459 श्रमिक प्रतिदिन कार्य कर रहे हैं।इन्होंने बताया कोरोना काल मे जनपद में भारी संख्या में प्रवासी मजदूर आए है।जिन्हें रोजगार देने के लिए सीएम योगी लगातार योजनाएं स्वीकृत कर रहे है।जनपद में जल संरक्षण के लिए मनरेगा योजना से शुरू की गई बड़ी पहल से भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है।
1 करोड़ 23 लाख 62 हजार की लागत से मवई ब्लॉक के पांच झील व तालाबों की सुधरेगी सेहत
सीडीओ व डीसी मनरेगा के निर्देश पर मवई ब्लॉक के चार झील व एक बड़े तालाब की खुदाई प्रारम्भ हुई है।जिसकी अनुमानित लागत 1 करोड़ 23 लाख 62 हजार बताई गई है।तकनीकी सहायक आशीष तिवारी ने बताया झिलिया झील चंद्रमाऊ बैरम 31.62 लाख, जैसुखपुर की कामापुर झील 17 लाख,पचलो की बंधवा झील 25 लाख, नूरपुर की कुड़वा झील 22 लाख,व रानीमऊ की लालपुर तालाब झील 30 लाख की लागत से प्रावधानित है।इन्होंने बताया कि 5 झीलों का निर्माण 15 जून से शुरू कराया गया है।जिसमे 1 लाख मनावदिवश सृजित होने की बात है।इससे लगभग 2 हजार परिवारों व प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिल रहा है।
तालाबों के किनारों पर होगा पौधरोपण
मवई ब्लॉक के तकनीकी सहायक आशीष तिवारी ने बताया कि तालाबों की खुदाई के साथ ही उनके किनारों पर पौधारोपण भी कराया जाएगा। जिसके लिए शीघ्र ही गड्ढे खोदने का काम भी मनरेगा के मजदूरों से ही करवाया जा रहा है। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही तालाबों के आसपास सौंदर्यीकरण भी हो जाएगा। लोगों को तालाब के पास ही पेड़ की छाया मिल सकेगी।