अयोध्या : जिलाधिकारी के मेहनत को तार तार करने में जुटा सूचना विभाग

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अमर जीत सिंह

अयोध्या ।जिलाधिकारी के अथक प्रयास के बाद भी जिलाधिकारी का संदेश लोगो तक नही पहुच पा रहा है।जिसका कारण सूचना विभाग की लापरवाही बतायी जा रही है। सूचना विभाग के फर्जीवाडे का भण्डा फोर होने के बाद उपसूचना निदेशक ने एक दर्जन से अधिक पत्रकारों को सूचना व राम मंदिर ग्रुप से बाहर करते हुए। एक मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सूची जारी की है। जिसमे लगभग एक दर्जन मान्यता पाने वाले पत्रकारों का भी नाम उड़ा दिया गया। जो चर्चा का विषय बना हुआ है और बडे फर्जी वाडा को संकेत दे रहा है।बता दे कि जिलाधिकारी अनुज कुमार झा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी वैश्विक कोरोना वायरस महामारी को लेकर अधिकारी व जनता के बीच प्रतिदिन जाकर लोगो को सुरक्षा व बचाव सहित तरह तरह अन्य जानकारी देते है।लेकर वह जानकारी वही तक सीमित रह जाती है। लेकिन सूचना विभाग की मेहरबानी से समाचार पत्रों में प्रकाशित होने की नौबत ही नही आती है। क्योंकि जिले मे बना सूचना विभाग के ग्रुप मे केवल अपने चहेते व अत्याधिक सप्लाई वाले पेपर को ही जोडकर प्रेस नोट जारी करने का आरोप है।चर्चा है कि उपसूचना निदेशक मुरलीधर सिंह के द्वारा अयोध्या सूचना विभाग ग्रुप बनाया गया।जिसमे आफिस के चर्चित वावू के निर्देश पर कुछ नामकूर लोगो को ग्रुप मे जोड़ कर इतिश्री कर दिया। दूसरी तरफ उप सूचना निदेशक के द्वारा राम मंदिर के नाम से नये ग्रुप का निर्माण कर विरोध करने वाले पत्रकारों को राम मंदिर ग्रुप में जोड़ने लगे।दोनो ग्रुपो मे मन माफिक लोगो को ही सूची में रखते है। विरोध करने वाले का नाम ग्रुप व सूची दोनो से बाहर कर दिया जाता है। ऐसा ही मामला दर्जनो प्रकाश मे आया है जो विभाग को कटघडे मे खडा कर दिया है।वर्ष 2020 की मान्यता स्वीकृत की सूची में राष्टीय हिन्दी दैनिक समाचार अमर भारती के तत्कालीन ब्यूरो चीफ अयोध्या ने जिलाधिकारी से लेकर सूचना निदेशक तक शिकायत समूह सम्पादक के निर्देश पर शिकायत कर कार्यवाही की माग की। शिकायती पत्र में आरोप है कि सूचना विभाग की मिली भगत कर संदीप श्रीवास्तव को मान्यता स्वीकृत कर दिया। पीडित की माने तो शिकायत होने से पहले उपसूचना निदेशक मुरलीधर सिंह द्वारा बनाए गये राम मंदिर ग्रुप मे जोडा गया था लेकिन शिकायत होते ही उसे ग्रुप से बाहर कर दिया। यहा पर केवल एक ही पीडित नही है लगभग दर्जनो ऐसे है जिसको सूची से निकाला जा चुका है।दर्जनों क्षेत्रीय पत्रकारों ने नाम न छापने पर बताया कि अबकी बार जिले मे मान्यता हनुमान गढ़ी के प्रसाद जैसे बाटा गया है कुछ ऐसे लोग है जिनको अखबार की एबीसीडी भी नही आती है फिर भी वह मान्यता प्राप्त पत्रकार मान्यता दे दी गयी। इतना ही नही उप सूचना निदेशक व वावू पर फ़ोन रिसीव न करने का भी आरोप है। मामले की जानकारी करने के लिए उप सूचना निदेशक व वावू जयसवाल को कई फोन किया गया फिर हाल फोन रिसीव नही हो सका।

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