सो रही मासूम को उठाकर बाग में ले गया चचेरा भाई, किया दुष्कर्म, फिर दस रुपये देकर कराया शांत

लखनऊ के माल थानाक्षेत्र में छह साल की मासूम से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि बच्ची का चचेरा भाई है। पीड़ित परिवारीजनों ने बताया कि आरोपी युवक शनिवार रात मां के पास सो रही बच्ची को उठाकर बाग ले गया और दरिंदगी की। बच्ची के पिता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को तलाश रही है। मासूम को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। माल इलाके के एक गांव में रहने वाले मजदूर की छह साल की बेटी शनिवार रात मां के साथ बरामदे में सो रही थी। आरोप है कि पड़ोस में रहने वाला चचेरा भाई सोते समय बच्ची को उठा ले गया और कुछ दूर स्थित बाग में उससे दुष्कर्म किया।
रात तीन बजे पिता जन्माष्टमी के कार्यक्रम से घर पहुंचे तो मासूम को न देखकर पत्नी को जगाया। बच्ची को पास में न पाकर मां की चीख पुकार सुनकर पड़ोसी व अन्य ग्रामीण भी जुट गए और मासूम की तलाश शुरू की। घर से करीब सौ मीटर की दूरी पर स्थित बाग में मासूम रोते हुए मिली।
उसके हाथ में दस रुपये का नोट था। बताया जा रहा है कि चचेरे भाई दस रुपये बच्ची को दिए थे ताकि वह यह बात किसी का न बताए। ग्रामीणों का कहना है कि बाग से चचेरे भाई को भागते हुए देखा था। पीछा किया, लेकिन उसे पकड़ नहीं सके। परिवारीजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की और उच्चाधिकारियों को सूचना दी। परिवारीजन रात में ही मासूम को लेकर थाने पहुंच गए।वारदात के चार घंटे बाद पहुंची पुलिस
ग्रामीणों के मुताबिक, शनिवार देर रात करीब तीन बजे मासूम बाग में मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। वारदात के करीब चार घंटे बाद पुलिस के अधिकारी गांव पहुंचे। पिता ने तहरीर दी। इस पर पुलिस ने दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सुबह 7.30 बजे पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विक्रांत वीर व क्षेत्राधिकारी शेषमणि पाठक ने परिवारीजनों से बातचीत की। साथ ही आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद आरोपी के दो भाइयों को हिरासत में लिया गया। एसओ विनोद कुमार गोस्वामी के मुताबिक, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। दबिश दी जा रही है।
उधर, महिला चिकित्सक डॉ. ज्योति ने बताया कि मासूम की हालत ठीक है। पुलिस के मुताबिक, दुष्कर्म की पुष्टि है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने किया हंगामा तो मासूम को भेजा अस्पताल
ग्रामीणों का आरोप है कि मौके पर पुलिस का कोई उच्चाधिकारी यहां तक कि थानेदार भी नहीं पहुंचे। रात को ग्रामीण मासूम को लेकर खुद थाने गए। वहां मौजूद सिपाहियों और दरोगा ने बैठने को कह दिया और कोई कार्रवाई नहीं शुरू की। काफी इंतजार करने के बाद नाराज ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया।
इस पर दरोगा व सिपाही हरकत में आए और मासूम को सीएचसी भेज दिया, जहां डॉक्टर परीक्षण व प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को वापस भेजने लगे। ग्रामीणों ने दबाव बनाया तो उसे रविवार दोपहर तक अस्पताल में भर्ती रखा। इसके बाद दोपहर को छुट्टी दे दी।
एसएसपी से शिकायत के बाद लिया संज्ञान
कच्ची शराब के कारण बढ़ रहीं वारदातें
ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस कच्ची शराब के अवैध कारोबार को संरक्षण दे रही है। इसके कारण इस तरह की वारदात में बढ़ोतरी हो रही है। इलाका के कई गांवों में शराब की भट्ठियां धधक रहीं है। इलाके में शराबी युवक महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं और दुष्कर्म की कोशिश जैसी वारदात आम हो गई हैं। मासूम से दुष्कर्म का आरोपी भी शराब का लती है। उसकी प्रताड़ना से तंग आकर दो साल पहले पत्नी अपनी दो बेटियों के साथ दिल्ली चली गई।
आरोप है कि माल थाने में तैनात पुलिसकर्मी मुकदमा दर्ज करने और अस्पताल भेजने के बजाए मामले को रफादफा करने के लिए दबाव बनाने लगे। इससे नाराज परिवारीजन रात में ही सप्रू मार्ग स्थित एसएसपी आवास पहुंच गए। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष को फटकार लगाई। साथ ही एएसपी ग्रामीण को मौके पर भेजा। परिवारीजनों ने एएसपी ग्रामीण को घटना स्थल दिखाया। मासूम को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
