अयोध्या : बिहार के अध्यापक इन्द्रदेव हत्याकांड में पुलिस के समक्ष खड़े हो रहे कई यक्ष प्रश्न

मृतक अध्यापक इन्द्रदेव की फाइल फोटोपटरंगा (अयोध्या) ! पटरंगा थाना क्षेत्र के काजीपुरवा गांव समीप रविवार की प्रातः बिहार प्रान्त के अध्यापक इन्द्रदेव पासवान का रक्त रंजीत शव पुलिस को बड़ी असमंजस में डाल दिया।इस हत्याकांड के खुलासे से पहले पुलिस के सामने कई बड़े यक्ष प्रश्न खड़े हो रहे है।पुलिस सबसे पहले इन यक्ष प्रश्नों के उत्तर स्वयं पाने में जुटी है।घटना स्थल पर सीओ धर्मेंद्र यादव के साथ मौजूद पटरंगा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह की जुबान से बार बार यही प्रश्न उठ रहा था।कि आखिर बिहार प्रान्त के रहने वाला ये अध्यापक आखिर यहां तक कैसे पहुंचा।जबकि मृतक अध्यापक के परिजनों के मुताविक अध्यापक 28 जुलाई को घर से रांची जाने की बात कहकर निकला।मृतक अध्यापक यहां स्वयं आया या फिर इसे कोई लाया।इस सवाल का जवाब भी पुलिस के लिए अहम हो गया है।बता दे कि ग्राम चैनसिंह पट्टी थाना सदर जनपद सुपौल बिहार का रहने वाला मृतक इंद्रदेव वर्ष 1993 बैच के बीटीएसी अध्यापक है।जो उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंशलपुर सुपौल बिहार में ही अध्यापक पद पर कार्यरत है।इनका गला रेता रक्तरंजित शव पटरंगा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग से दक्षिण दिशा में लगभग दो किलोमीटर दूर काजीपुरवा गांव के समीप एक खेत से बरामद हुआ।प्रातः नित्यक्रिया के लिए गए काजीपुरवा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि घटना स्थल से प्रातः पांच बजे तक कुछ आवाजे आ रही थी।वही कुछ ग्रामीण दबी जुबान से बताते है कि सुबह 5:25तक मृतक अध्यापक की सांसे चल रही थी।और घटनास्थल पर काफी खून फैला था इससे ये बात तो तय है कि अध्यापक कि हत्या इसी स्थान पर रविवार की भोर ढाई से तीन बजे के मध्य हुई।और जिस स्थान पर हत्या हुई उससे ये भी प्रतीत होता है कि इस हत्या में क्षेत्रीय किसी व्यक्ति का भी हाथ होना तय है क्योंकि अपरिचित व्यक्ति घटनास्थल तक पहुंच ही नही सकता।पुलिस ने भी दबी जुबान से कहती है जिस प्रकार से अध्यापक की बेरहमी से हत्या की गई है मामला कुछ और ही ओर इशारा करता है।क्योंकि मृतक अध्यापक के शरीर पर केवल पैंट व बनियान थी।बेल्ट भी खुला हुआ था।अध्यापक का शर्ट भी गायब है।और डॉग स्क्वॉयर्ड टीम में आया जासूसी कुत्ते ने भी घटनास्थल से लगभग तीन सौ मीटर दूर जाकर एक बाग में पड़े चारपाई के पास रुक गया।उस चारपाई के पास एक जोड़ी लेडीज चप्पल भी पुलिस ने बरामद की है।फिरहाल अध्यापक यहां तक कैसे पहुंचा ? उसकी इतनी बेरहमी से किसने और क्यों की।ये सारी बाते पुलिस के सामने एक यक्ष प्रश्न बनकर खड़ी है।कॉल डिटेल से उठ सकता है रहस्य से पर्दामृतक अध्यापक इन्द्रदेव की हत्या के बाद घटनास्थल से बरामद मोबाइल फोन पुलिस के लिए एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है।पुलिस मृतक के मोबाइल के कॉल डिटेल के जरिए हत्यारों की गर्दन तक पहुंच सकती है।पटरंगा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया मृतक का बेटा आ रहा है।उससे बातचीत की जाएगी।बाकी पुलिस अपने सारे प्रयोग करेगी।मृतक की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है।सारी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।फिरहाल जांच पड़ताल जारी है।
