महेन्द्रनाथ बने मंत्री, नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश
चंदौली से भाजपा सांसद और उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय ने भी केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। इसी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय के केंद्र में मंत्री बनाये जाने के बाद अब नए अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव करीब तीन वर्ष बाद है लेकिन, तैनाती चुनावी पृष्ठभूमि के आधार पर ही होनी तय मानी जा रही है। नेतृत्व ने डॉ. पांडेय को कैबिनेट मंत्री बनाकर संगठन का मान बढ़ाया है।
उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने मोदी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। माना जाता है कि यूपी की बड़ी जीत में महेंद्रनाथ पांडे का विशेष योगदान रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था और भाजपा का यह प्रयोग बहुत सफल हुआ था। पर, केशव प्रसाद के उप मुख्यमंत्री बनते ही मोदी सरकार में राज्यमंत्री रहे डॉ. महेंद्र पांडेय को भाजपा की कमान सौंपी गई। 31 अगस्त 2017 को डॉ. पांडेय की ताजपोशी हुई और माना गया कि ब्राह्मण समीकरण मजबूत करने के लिए उनको मौका दिया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटे चंदौली क्षेत्र का सांसद होने का लाभ भी डॉ. पांडेय को मिला। उन्होंने उत्तर प्रदेश की चंदौली संसदीय सीट पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज 21 साल का रिकार्ड तोड़ा है। उन्होंने गठबंधन से सपा प्रत्याशी संजय चौहान को 13959 मतों से हराया है। उनकी जीत का अंतर भलेे ही कम रहा हो, लेकिन 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार लगभग छह फीसद ज्यादा वोट मिले।डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने पीएचडी की है। साथ ही उनके पास पत्रकारिता में भी एमए की डिग्री है। उनकी पूरी शिक्षा-दीक्षा वाराणसी से हुई है। 1978 में वो बीएचयू छात्रसंघ के महामंत्री रह चुके हैं। वह साल 1978 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। इसके बाद सियासी सफर शुरू हुआ। पहली बार 1991 में विधायक बने। कल्याण सिंह सरकार में वो नगर आवास (राज्यमंत्री) बने। 1996 में वो दोबारा विधायक बने। 1998 से 2000 तक पंचायत राज्यमंत्री और नियोजन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद संभाला। 2014 में बीजेपी के टिकट पर चंदौली से चुनाव लड़ा और मोदी लहर में लोकसभा पहुंच गए। इस बार दोबारा चुने गए और कैबिनेट मंत्री का पद मिला।