बेरोजगारी, नशे की लत ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बनाया पत्नी-बच्चों का हत्यारा

गाजियाबाद । बेरोजगारी व नशे की लत ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुमित सिंह को इंसान से हैवान बना दिया था। जिसके चलते उसने बीती 20 अप्रैल को इंदिरापुरम के ज्ञान खंड 4 में अपनी पत्नी व तीन मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार दिया था। इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद खुद भी साइनाइड खाकर आत्महत्या करना चाहता था लेकिन कामयाब नहीं हो सका । बुधवार को गाजियाबाद पुलिस उसे कर्नाटक राज्य के उड्डपी शहर से गिरफ्तार करके लाई और मीडिया के सामने वारदात का खुलासा किया। एसएसपी-डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सुमित कालेज टाइम से ही ड्रग लेने का आदी था। वह जिस मेडिकल स्टोर से ड्रग्स खरीदता था, उसके संचालक मनोज को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मेडिकल स्टोर बगैर लाइसेंस के चल रहा था, जिसे फूड एंड सेफ्टी विभाग ने सील कर दिया है।
अग्रवाल ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में ड्रग की लत के कारण सुमित को चार बार नौकरी से निकाला गया। दिसम्बर 2018 से वह बेरोजगार था। इसी से परेशान होकर 20 अप्रैल की रात उसने पत्नी अंशु और तीन बच्चों की धारदार हथियारों से हत्या कर दी। इसके बाद उसने 21 अप्रैल को अपने साले को वीडियो शेयर किया था, जिसमें कहा था कि उसने परिवार की हत्या कर दी है, जाओ शव उठा लो। यह वीडियो ट्रेन के शौचालय में बनाया था। इसमें उसने यह भी कहा था कि पोटैशियम सायनाइड खाकर वह भी आत्महत्या करने जा रहा है।
हत्यारोपित की तलाश में जुटी पुलिस को इससे पहले उसकी लोकेशन मध्य प्रदेश में मिली थी। मंगलवार को पुलिस को पता चला कि सुमित ने एक ऑनलाइन शॉपिंग साइट से पांच चाकुओं का सेट खरीदा था, इसकी कीमत 800 रुपये के आसपास थी और इसे बेंगलुरु के एक दोस्त की लॉग इन आईडी से उसने ऑर्डर किया था। दोस्त ने सुमित को कॉल कर चाकू ऑर्डर करने का विरोध भी जताया था। इन्हीं सब बिन्दुओं को जोड़ते हुए गाजियाबाद पुलिस ने उसे कर्नाटक से गिरफ्तार कर लिया।
