लखनऊ:युवक आशीष यादव ने की आत्महत्या, सुसाईड नोट में लिखा ,‘मम्मी-पापा मुझे माफ़ करना, मैं मरने जा रहा हूं’
लखनऊ के काकोरी के दुबग्गा स्थित सम्राट सिटी कॉलोनी में रविवार को आशीष यादव 25 का शव अंगौछा के शहरे छत के पँखे से लटका हुआ मिला। परिजनों ने बताया कि आशीष का माल थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती द्वारा शादी करने से मना करने पर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक के पिता की सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को शव के पास से एक पन्ने का सुसाइड नोट व मोबाईल फोन मिला हैं।
ये है मामला
जितेंद्र यादव निवासी थाना माल सिंहपुर ने बताया कि उनका बेटा आशीष यादव दुबग्गा हरदोई रोड स्थित लखनऊ तुलसी हॉस्पिटल का संचालन करता था। मृतक के पिता जितेंद्र यादव के मुताबिक शनिवार शाम किसी युवती का फ़ोन आया था। फ़ोन आने के बाद आशीष घर से दुबग्गा हॉस्पिटल जाने की बात कहकर चला गया था।
उसके बाद पिता ने आशीष को फोन किया, जिसपर आशीष ने बताया कि माल थाना क्षेत्र के गोड़वा बरौकी स्थित चौराहे पर हॉस्पिटल चलाने वाली युवती से काफ़ी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती के परिजनों को दोनों के रिश्ते पर आपत्ति थी। एक सप्ताह पहले युवती के परिजनों ने आशीष के खिलाफ माल थाने में एफआईआर दर्ज करवाने के लिए प्राथना पत्र दिया था। पुलिस ने आशीष को कई बार थाने पर बुलाया था, जिससे आशीष काफ़ी डिप्रेसन से गुजर रहा था।
मृतक के पिता के मुताबिक रविवार सुबह वह दुबग्गा स्थित सम्राट सिटी में किराए के मकान में रह रहे बेटे आशीष से मिलने पहुँचे और कमरे के दरवाज़े को खटखटाया अन्दर से कोई आवाज़ नहीं आयी। कमरे की खिड़की से झाँकर देखा तो आशीष को छत के पँखे में अंगौछे के सहारे लटकता हुआ देख पिता बेहोश होकर गिर गए। किराएदारों ने दौड़कर जितेंद्र को उठाया और हादसे की जानकारी पुलिस को दी।
मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में लिखा था
पिता जी, माता जी मुझे माफ़ करना अपनी मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूँ। मेरे नहीं रहने के बाद मेरे छोटे भाई हिमांशु ,छोटी बहन पूनम का ध्यान रखना। पिता जी, मैंने जिसको प्यार किया उसने मुझको धोखा दिया। मेरे ऊपर माल थाने में एफआईआर दर्ज करवाने की तहरीर दिया। जिसके लिए पुलिस मुझे लगातार फोन कर प्रताड़ित कर रही थी।