फिर दिखी पटरंगा पुलिस की करतूत,दुर्घटना करने वाली मवेशियों से भरे ट्रक चालक के विरुद्ध सिर्फ दुर्घटना का केश दर्ज
भूख प्यास से तड़प रहे तीन मवेशी बच्चों की मौत,कई घायल।
विहार के गोपालगंज से 116 पड़ुवे से भरी ट्रक लखनऊ की ओर जाते समय हाइवे पर चल रहे किशोर को मारी टक्कर।
पटरंगा थाना क्षेत्र में हाइवे पर हुई घटना,मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक को लिया हिरासत।
पटरंगा(फैजाबाद) ! बेजुबान मासूम पशु वध पर अभी भी अंकुश नहीं लग पा रहा है।पटरंगा थाना क्षेत्र के हाइवे चौकी की पुलिस ने सोमवार की रात करीब ग्यारह बजे दुर्घटना कर भाग रही ट्रक को जब हिरासत में लिया।तो उस ट्रक भूंसे की भांति ठूस ठूसकर भरे गए 116 पड़ुवे को देख पुलिसकर्मी दंग रह गए।पुलिस कर्मियों की माने तो दुर्घटना करने के बाद पहले चालक ट्रक समेत भागा फिर थोड़ी दूर जाने के बाद हाइवे के किनारे ही ट्रक खड़ा कर मौके से फरार हो गया।फिरहाल ग्रामीणों की मदद से चौकी प्रभारी भीमसेन यादव व एसआई अभिषेक त्रिपाठी ने ट्रक से मवेशियों को बाहर निकलवाया।जिसमें से मंगलवार की सुबह दस बजे तीन मवेशियों की मौत भी हो गई।
जानकारी के मुताविक विहार के गोपालगंज से चली गंगापुर एक्सप्रेस ट्रक संख्या यूपी0 22 टी-6186 मवेशियों के बच्चों को भूंसे की तरह भरकर कई जनपदों को क्रास कर फैजाबाद जिले की सीमा हाइवे पुलिस चौकी पटरंगा क्षेत्र में पहुंची।यहां काजीपुरवा गांव समीप हाइवे से गुजर रहे एक किशोर को टक्कर मारते हुए आगे की ओर निकल गई।हादसे में ग्राम काजीपुर थाना पटरंगा में अपने मामा मो0 नफीस गांव आया मो0 आसिम उम्र 15 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया।हादसे को देखते ही ग्रामीण आक्रोशित हो ट्रक का पीछा किया और कुछ ही पर उसे पकड़कर हाइवे चौकी की पुलिस के हवाले कर दिया।ग्रामीणों की सूचना पर हमराही दरोगा अभिषेक त्रिपाठी के साथ पहुंचे चौकी प्रभारी भीम सेन ने मवेशियों से भरे ट्रक को चौकी पर लाये।और ग्रामीणों की मदद से भूख प्यास से तड़प रहे सभी मवेशियों को ट्रक से बाहर निकलवाया।जिनमे से तीन मवेशियों ने सोमवार की प्रातः दस बजे भूख प्यास से व्याकुल होकर तड़प तड़प कर मौत हो गई।
पशुचिकित्सक ने किया उपचार।
ट्रक में ठूस ठूसकर कर भरे मवेशियों के बच्चों में से कई ट्रक में रगड़ते रगड़ते घायल हो गए थे।जिनके उपचार के लिये हाइवे चौकी प्रभारी भीमसेन यादव ने पशु चिकित्सा अधिकारी मवई सी0वी0 वर्मा को बुलाया।टीम के साथ पहुंचे क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी ने सभी मवेशियों के स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक उपचार किया।साथ ही मृत हुए तीन मवेशियों के पीएम भी किया।पशु चिकित्सा अधिकारी सी0वी0 वर्मा ने बताया सभी मवेशियों की उम्र लगभग सात आठ महीने के करीब होगी।देखने से प्रतीत होता है कि सभी भूख प्यास से व्याकुल है।
चारा का शंकट बना पुलिस कर्मियों के लिये सिरदर्द।
हाइवे चौकी की पुलिस मवेशियों को किसी तरह ट्रक से तो उतरवा लिया।लेकिन सभी मवेशी भूख प्यास से व्याकुल है।किसी तरह ग्रामीणों की मदद से पानी तो पिला दिया पर चारा कहां से लाये इसके लिये पुलिस घंटो परेसान रही।पुलिस की माने तो ट्रक में मिले सभी 116 मवेशी भैंस के पड़ुवे है।जिसे कोई ग्रामीण भी सुपुर्द में लेने को तैयार नही।दूसरी ओर समय से इन पशुओं को चारा पानी देना भी पुलिस के बस में नहीं है।ऐसे में इन मवेशियों की जान कैसे बचें।ये बात पुलिस के लिये अभी भी सिरदर्द बनी हुई है।
कप्तान साहेब आप भी जाने अपनी पुलिस की करतूत
एक ट्रक में 116 मवेशियों के बच्चों को व्यापारी द्वारा भरा गया।जिसमें तीन मवेशियों की मौत हो गई।और कई अन्य घायल भी हो गए।इस मामले भी पटरंगा पुलिस को पशु क्रूरता नही दिख रही।पटरंगा थानाध्यक्ष बृजेश सिंह का कहना है कि मामले में जो तहरीर मिली उसके आधार पर अज्ञात ट्रक चालक के विरुद्ध दुघटना में गंभीर रूप से घायल का मुकदमा धारा 279 338 दर्ज किया गया है।
इन वेजुबानो को फिर उसी व्यापारी को सुपुर्द करेगी पुलिस।
कैसे लाभ के चक्कर मे ढीला हो जाता है पुलिस का शिकंजा।भूख प्यास से तड़प तड़प कर मर रहे इन मवेशियों पर पुलिस को भी तरस नही आई।चंद रुपयों के लिये अपने ईमान का सौदा करने वाली पटरंगा पुलिस को एक ट्रक में 116 मवेशी भरने का कोई अपराध ही नही दिख रहा।पटरंगा थानाध्यक्ष का कहना है इसमें कोई अपराध नही है।इसीलिये मवेशियों को उन्ही व्यापारी को सौप दिया जाएगा।