मयाबाजार : घरेलू हिंसा की शिकार महिला की पुलिस नहीं दर्ज कर रही एफआईआर
तीन दिनों से सुबह से शाम तक थाने में बैठाने के बाद अगले दिन बुलाती है पुलिस
मयाबाजार(अयोध्या) ! 12 वर्षों से घरेलू हिंसा की शिकार महिला की पुलिस ने एफआईआर नहीं दर्ज किया। पीड़िता ने न्याय के लिए उच्चाधिकारियों से ऑन लाइन शिकायत की है। पीड़िता ललिता गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2009 में गोशाईगंज के कटरा बस स्टॉप निवासी मनोज गुप्ता पुत्र दिलीप कुमार गुप्ता के साथ उसकी शादी हुई थी। जिससे उसे 9 वर्ष का एक लड़का भी है। लेकिन उसके देवर सुजीत कुमार की शादी के बाद पति का आकर्षण उसकी पत्नी अर्चना की तरफ हो गया। जिसकी वजह से आये दिन घर मे पारिवारिक कलह शुरू हो गयी। पति मनोज कुमार तरह तरह के बहाने बना कर ललिता को मारने पीटने लगा। कई बार बुरी तरह पीटने पर मामला घर के बाहर गया तो पंचायत के माध्यम से दुबारा मारपीट न करने की शर्त पर सुलह समझौता हुआ। परन्तु मनोज कुमार की आदत में कोई बदलाव नहीं आया। पीड़िता ने बताया कि उसको मारपीट करने के लिए सास ससुर, देवर देवरानी व अन्य सदस्यों द्वारा उत्साहित किया जाता है। घर के सभी सदस्य ललिता को आत्महत्या के लिए भी उकसाते हैं।29 जून को भी पति व अन्य सदस्यों ने ललिता को बिना बात के बुरी तरह मारा पीटा। जिसकी शिकायत उसने 1090 महिला पावर लाइन पर किया।1090 द्वारा बताए जाने पर महिला ने गोशाईगंज पुलिस को तहरीर दिया। परन्तु गोसाईगंज पुलिस कुछ स्थानीय थाने के दलालों के दबाव में पीड़ित महिला को एफआईआर दर्ज करने के लिए तीन दिनों से दौड़ा रही है। जब हमने इस तरह वारदात के बारे थाना प्रभारी का पक्ष जानना चाहा।तो थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्र ने बताया की तहरीर मिली है, एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी।