अयोध्या : श्रमिकों को आश्रय स्थल पर राशन किट न मिलने से मायूस
बीकापुर(अयोध्या) ! प्रदेश सरकार की पहल पर ट्रेन और बस द्वारा दूसरे प्रांत से घर वापस लाए जा रहे प्रवासी श्रमिको को आश्रय स्थलो पर सबसे पहले थर्मल स्क्रीनिंग के लिए पहुंचाया जा रहा है। आश्रय स्थल प्रवासी श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग करके होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जा रहा है। कुछ प्रवासी श्रमिकों को आश्रय स्थल पर राशन की किट दी जा रही है। जबकि तमाम श्रमिक खाली हाथ वापस घर लौट रहे हैं। राशन ना पाने वाले प्रवासी श्रमिकों में मायूसी व्याप्त है। पर्याप्त राशन किट ना होने के कारण सभी प्रवासी कामगारों को राशन का पैकेट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। गुरुवार शाम को आश्रय स्थल पर गुजरात से बस द्वारा पहुंचे तमाम कामगारों को राशन का पैकेट उपलब्ध नहीं हो सका। तहसील क्षेत्र के उमरपुर निवासी केसरी प्रसाद अपनी पत्नी राजकला के साथ गुजरात में रहकर मजदूरी करते हैं। लाक डाउन होने की वजह से काम धंधा बंद होने पर मुख्यमंत्री पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करके ट्रेन द्वारा आए उसके बाद गुरुवार शाम को बस द्वारा भारती इंटर कॉलेज बीकापुर आश्रय स्थल पहुंचाया गया। वहां स्वास्थ्य परीक्षण और नाम पता नोट करके घर भेज दिया गया। राशन की किट नहीं मिली। इसी प्रकार कटारी निवासी इंद्र कुमार, सुनील कुमार, बछई पुर निवासी अशोक कुमार, मलेथू कनक निवासी राम नरेश यादव सहित अन्य कई लोग सूरत में एक कपड़ा मिल में काम करते थे। कामगारों ने बताया कि लाक डाउन होने की वजह से करीब 2 माह पूर्व फैक्ट्री बंद हो गई। जिस वजह से रहने खाने की दिक्कत होने लगी। उसके बाद घर आने के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर आवेदन किया गया। ट्रेन द्वारा अयोध्या आने के बाद गुरुवार शाम को बस से आश्रय स्थल भारती इंटर कॉलेज पहुंचाया गया। आश्रय स्थल पर सभी लोगों का विवरण नोट करके घर भेज दिया गया। मांगने के बावजूद राशन की किट नहीं मिली आश्रय स्थल से घर जाने के लिए वाहन की भी सुविधा नहीं मिली जिसके कारण कई किलोमीटर पैदल घर जाना पड़ा इसी तरह अन्य कई कामगारों को भी राशन की किट उपलब्ध नहीं हो सकी।