सीएम योगी के खिलाफ ट्विटर पर अभद्र टिप्पणी, देशद्रोह में अब्दुल गिरफ्तार
आज के समय में लगभग हर कोई सोशल मीडिया का उपयोग करता है. वहीं इसके दुरूपयोग के भी कई मामले सामने आते हैं, जिसके चलते सोशल यूजर्स मुश्किल में पड़ जाते हैं. कुछ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर से आ रहा है. जहां एक युवक को ट्विटर पर सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ ट्विटर पर अभद्र टिप्पणी करना भारी पड़ गया. युवक पर देशद्रोह और आइटी एक्ट की धारओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
दरअसल, शुक्रवार को सीएम योगी के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्विटर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुई हिंसा मामले को लेकर विधानसभ में योगी का भाषण शेयर किया था. जिसमें मुख्यमंत्री दंगाइयों पर कार्रवाई को जायज ठहरा रहे हैं. सूचना सलाहकार के ट्वीट के रिप्लाई में अब्दुल हन्नान ने लिखा, “देश का सबसे बड़े सांप्रदायिक आतंकी आज पूर्व पदाधिकारियों को आतंकी कह रहा है. जैसी करनाी, वैसी सोचनी”.
इतना ही नहीं खुद को वकील बताने वाले युवक ने ट्विटर के जरिए सीएए का विरोध कर रहे लोगों को फ्री में कानूनी सेवाएं देने की घोषणा भी की. अब्दुल का ट्वीट देखते ही कई ट्विटर यूजर्स ने पुलिस को टैग करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा. शिकायत मिलते ही डीआईजी रेंज कानपुर अनंत देव ने साइबर सेल और कल्याणपुर पुलिस को जांच सौंपी. साइबर सेल प्रभारी लान सिंह ने हन्नान को आईपी एड्रेस के जरिए ट्रेस किया. इसके बाद साइबर सेल की टीम और पुलिस ने केशवपुरम आवास विकास-1 निवासी हन्नान को दबिश देकर पकड़ लिया.
अब्दुल हन्नान के लिए खिलाफ पुलिस ने आईटी एक्ट और देशद्रोह की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है. कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया. पुलिस ने अब्दुल के फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले जिनमें भड़काऊ सामग्री और आपत्तिजनक टिप्पणियां पाई गईं. पुलिस ने उसके अकाउंट से की गई सभी आपत्तिजनक पोस्ट को डिलीट करा दिया है.