अयोध्या : 69000 भर्ती के प्रशिक्षुओं ने गांव से लेकर शहर तक चला रहे है पोस्टर अभियान

आश्वासन नहीं नियुक्ति चाहिए मानसिक पीड़ा से मुक्ति चाहिए,अभियान के तहत सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चिपकाकर भर्ती की कर रहे मांग।
मवई(अयोध्या) ! हम सब लाचार बेरोजगारों की यही पुकार,भर्ती पूरी करे सरकार !आश्वासन नहीं नियुक्ति चाहिए मानसिक पीड़ा से मुक्ति चाहिए।ये कुछ नारे हैं,जो पोस्टरों में छपे हुए हैं।जो अयोध्या जिले में गांव से लेकर शहर तक सार्वजनिक स्थानों लगे हुए है।इन पोस्टरों को लगाने वाले युवक-युवतियां जनवरी 2019 में हुई 69000 सीटों की शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी हैं।जो कि पिछले एक साल से इस भर्ती परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं।गायत्री नगर पटरंगा मंडी के रहने वाले प्रशिक्षु युवा अर्पित मिश्र ने बताया हाई कोर्ट में लंबित इस मामले में सरकार की तरफ से हो रही कमजोर पैरवी से हम सभी परेशान हैं और प्रदेश भर में पोस्टर अभियान के जरिये अपनी मांगों को रख रहे हैं।इका आरोप है कि सरकार इसके सुनवाई के लिए गंभीर नहीं है,इसलिए सुनवाई के दौरान राज्य के महाधिवक्ता बहुत कम ही उपस्थित होते हैं।इन अभ्यर्थियों का कहना है कि वे कई बार इसकी शिकायत प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव और अन्य प्रमुख अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन सरकार भी इसको लेकर गंभीर नहीं है।
मवई ब्लॉक के प्रशिक्षु अश्वनी यादव ने बताया कि 6 जनवरी, 2019 को 69000 सीटों के लिए आयोजित ‘सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा’ में 4 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
परीक्षा के एक दिन बाद शासन ने इस परीक्षा का कट-ऑफ निर्धारित किया। शासन द्वारा घोषित इस कट ऑफ के खिलाफ कुछ अभ्यर्थी कोर्ट में चले गए। तब से यह मामला लगातार कोर्ट में चल रहा है। इन अभ्यर्थियों की मांग है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आश्वासन का पालन करते हुए इस परीक्षा प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस भर्ती प्रक्रिया को 15 फरवरी, 2019 तक पूरा करने का आश्वासन दिया था।बावजूद वे भर्ती प्रक्रिया पूरी करने को लेकर संवेदनहीन है।इस वजह से हम सभी प्रशिक्षु पूरे प्रदेश भर में पोस्टर अभियान चला रहे हैं, ताकि लोगों को भी पता चले कि यह सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के प्रति कितनी गंभीर है।सोशल मीडिया पर भी ये अभ्यर्थी हैशटैग चलाकर और राज्य के मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा मंत्री को टैग कर अपनी मांगों को रखते रहते हैं।
