बीस वर्ष पूर्व पटरंगा मंडी में बने शुलभ काम्प्लेक्स का अब होगा उद्घाटन।

बीस वर्षो से उद्घघाटन की राह देखते हुए खंडहर में तब्दील हो गया था ये सुलभ कॉम्पलेक्स।
27 दिसंबर 1997 में विधायक रहे रामदेव आचार्य की अध्यक्षता में तत्कालीन सांसद विनय कटियार ने किया था इस काम्प्लेक्स का शिलान्यास।
दो लाख 97 हजार रूपये की लागत से कार्यदाई संस्था सुलभ इंटरनेशनल ने कराया था निर्माण।
बिना उद्धघाटन खंडहर में तब्दील इस शुलभ काम्प्लेक्स को ग्राम प्रधान ने कायाकल्प योजना से कराया सौन्दरीकरण।
मवई(अयोध्या) ! सांसद निधि से बनकर भी उपेक्षित पटरंगा मंडी का सार्वजानिक शुलभ काम्प्लेक्स विगत बीस वर्षो से धन की बर्बादी की इबारत लिख रहा था।वर्ष 1997 में दो लाख 97 हजार रूपये से बनकर तैयार हुआ पांच सीटर का ये सुलभ शौचालय विगत बीस वर्षो से उद्घघाटन का इन्तजार करते हुए जहां ये खंडहर में तब्दील हो गया।वहीँ इसमें लगे टुल्लू नल आदि कीमती सामान चोर उचक्कों की भेट चढ़कर पूरा भवन आंवारा पशुओं व चोर उचक्कों का रैन बसेरा बनकर रह गया था।जिसे ग्राम प्रधान नसीम अहमद खां कायाकल्प योजना से इसका मरम्मतीकरण व सौन्दरीकरण कराकर अब इसके उद्धघाटन की योजना बनाई है।
बता दे कि विकासखंड मवई अन्तर्गत पटरंगा मंडी में स्थानीय लोगों की मांग पर तत्कालीन लोकसभा सदस्य विनय कटियार ने क्षेत्रीय विकास योजना अन्तर्गत इस सुलभ शौंचालय के निर्माण हेतु अपने निधि से दो लाख 97 हजार रूपये दिए थे।इसका निर्माण कार्यदाई संस्था शुलभ इंटरनेशनल ने करवाया था।शौचालय निर्माण का शिलान्यास 27 नवम्बर 1997 को क्षेत्रीय विधायक रहे रामदेव आचार्य की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में आये तत्कालीन सांसद विनय कटियार ने किया था।शिलान्यास अवसर पर तत्कालीन मुख्यविकास अधिकारी दयाशंकर व जिलाधिकारी फैजाबाद अवनीश कुमार अवस्थी भी मौजूद रहे।निर्माण के बाद से अब तक इस काम्प्लेक्स का प्रयोग नहीं हुआ था।पटरंगा मंडी निवासी भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य एवं पूर्व जेल विजिटर रघुनन्दन चौरसिया ने बताया कि लोगों के मांग पर इसे भाजपा सांसद द्वारा बनवाया गया था।इसकी देखरेख के लिये एक युवक भी नियुक्त था।लेकिन थोड़े दिन बाद वह चला गया।जिसके बाद ये लोगों के द्वारा उपेक्षा का शिकार हो गया था।और धीरे धीरे ये भवन खंडहर में तब्दील हो गया था।जिसमे दिन में भी जाने से डर लगता था।”हिन्दुस्तान” ने छः माह पूर्व इस काम्प्लेक्स भवन का अवलोकन किया तो शौचालय भवन के अंदर की सारी सामग्री चोर उठा ले गए थे।भवन के अंदर जंगल जैसा माहौल था।देखने में ऐसा प्रतीत होता है कि लोंगो की उपेक्षा का शिकार ये भवन इस समय महज जंगली व आवारा पशुओं का रैनबसेरा बनकर रह गया था।इस समस्या को “हिंदुस्तान” ने अपने पिछले अंको में दो बार प्रकाशित कर ग्राम प्रधान व विकास विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया था।जिसके बाद ग्राम प्रधान ने इस समस्या को संज्ञान में लेते इसे कायाकल्प योजना से सुंदरीकरण व मरम्मतीकरण कराया।ग्राम प्रधान नसीम खाँ ने बताया कि इस शुलभ शौचालय को कायाकल्प योजना से ठीक करा दिया गया है।इसमें पांच सीट टॉयलेट्स व दो सीट यूरिनल की बैठाई गई है।इसमें बोरिंग कराकर टुल्लू पम्प के साथ पानी टंकी की सप्लाई की भी व्यवस्था की गई है।शीघ्र ग्रामसभा के एक युवक को यहां नियुक्त कराकर ब्लॉक प्रमुख राजीव तिवारी के द्वारा समारोह पूर्वक इसका उद्घाटन कराकर इसे इसी माह से संचालित कराने की योजना है।
शुलभ काम्प्लेक्स शुरू होने की उम्मीद से व्यापारियों में खुशी।
वर्षो से उद्घाटन के इंतजार में खंडहर में तब्दील इस शुलभ काम्प्लेक्स के शुरू होने की बात से पटरंगा मंडी के व्यापारी ओंकारनाथ गुप्त अवधेश गुप्ता अमरनाथ गुप्त रमापति गुप्त श्याम जी गुप्त रामनिवास दुर्गेश व भोलानाथ गुप्त ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि देख रेख के आभाव में ये शुलभ शौचालय चोर उचक्कों की भेंट चढ़ गया था।जबकि इस शौचालय की पटरंगा मंडी में बड़ी आवश्यकता थी।क्योंकि यहाँ दो दो इंटर कालेज के अलावा मंडी में सप्ताह में दो दिन स्थानीय बाजार लगती है।रेलवे स्टेशन भी यहाँ स्थिति है जिससे आने जाने वालों की सुविधा के लिये ये शुलभ कॉम्पलेक्स का संचालन बहुत ही अनिवार्य है।
