बाराबंकी विस्फोट : जिला प्रशासन ने दिए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

बाराबंकी जिले के रामसनेही घाट कोतवाली इलाके के धारूपुर गांव में मंगलवार की शाम पटाखा बनाते समय एक मकान में भीषण विस्फोट हो गया था। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। जबकि कई लोग घायल हो गए थे। इस घटना में जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे की जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व संदीप कुमार गुप्ता करेंगे। मजिस्ट्रेटी जांच पूरी होने पर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
दूर तक हुआ धमाके का एहसास
दरअसल, बाराबंकी में हसीब, शबीर और वाहिद को आतिशबाजी का सामान बनाने का लाइसेंस मिला हुआ है लेकिन गैरकानूनी ढंग से पूरा गांव आतिशबाजी का सामान बनाने में जुटा रहता था। आसपास के लोगों ने बताया कि पटाखे तैयार करते वक्त मंगलवार की शाम हसीब के घर में अचानक विस्फोट हुआ। जिसके बाद हसीब के घर के पीछे जंगल में रखे पटाखा बनाने के सामान और बारूद में धमाका शुरू हो गया। देखते-देखते धमाके में पांच से छह मकान धराशायी हो गए।
आस पास रहने वाले लोगों ने बताया कि धमाका इतना भीषण था कि मरने वालों के शव गांव के बाहर मिले हैं। इस हादसे में सूरज (13) पुत्र सुकई व हसीब (25) पुत्र अब्बास की मौत हुई है। जबकि, मेहरजहां, मोहम्मद वैश, मिथुन समेत छह लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
ज्यादा भंडारण की वजह से हुआ था विस्फोट
इस दौरान एसपी डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि धारूपुर गांव के कई घरों में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे। गांव में केवल 3 लोगों को ही पटाखे बनाने और उनके भंडारण का लाइसेंस मिला था, जो कि गांव से 500 मीटर की दूरी पर करना था लेकिन इन लोगों ने ज्यादा मात्रा में विस्फोटक बनाकर अपने घरों में ही रखे थे। जिसकी वजह से यहां ब्लास्ट हुआ है।
