कुम्भ 2019: पीएम मोदी ने संगम में लगायी आस्था की डुबकी, सफाई कर्मचारियों के पैर धोये

प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रयाग में संगम पर डुबकी लगायी. मोदी के कुंभ स्नान के दौरान सुरक्षा के भारी इंतजाम किये गये थे. इस दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे. संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद मोदी और योगी ने तट पर पूजा-अर्चना की. प्रधानमंत्री मोदी जब कुंभ पहुंचे तो वहां मौजूद श्रद्धालु पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया.उस रौदान उन्होंने कहा कि इससे देश के करोड़ों किसानों को सालाना छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

उन्होंने कहा, पहले की जो सरकारें थीं उनमें किसान का भला करने की नीयत नहीं थी. वो छोटी-छोटी चीजों के लिए किसानों को तरसाती थीं, लेकिन हमने किसानों की सुविधा पर काम किया. हमारी सरकार कोशिश कर रही है कि किसानों को हर वो संसाधन दिए जाएं, जिससे वो अपनी आमदनी को दोगुना कर सके.
प्रधानमंत्री ने कहा, सभी महामिलावटी लोग (विरोधी दल) एक से हैं. उन्हें 10 साल में एक बार किसान याद आता है और कर्ज माफी का बुखार चढ़ने लगता है और इस पर रेवड़ी बांटकर वोट ले लेते थे, लेकिन अब मोदी है इनकी पोल खोलकर रख देगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार जितना पैसा किसान के लिए भेजती है, वो पूरा पैसा उसके खाते में पहुंचता है.
अब वो दिन गए जब सरकार 100 पैसा भेजती थी, तो बीच में 85 पैसा दलाल और बिचौलिए खा जाते थे. मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को भी फूलप्रूफ बनाया गया है ताकि किसान का अधिकार कोई छीन न सके. उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के रूप में जो पैसे किसानों को दिये जाएंगे उनकी पाई-पाई केंद्र में बैठी सरकार की तरफ से दी जाएगी. इनमें राज्य सरकारों को कुछ नहीं करना है.
राज्य सरकार को ईमानदारी के साथ किसानों की सूची बनाकर देना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जो राज्य अपने किसानों की सूची हमें नहीं देने का काम करेंगे उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि वहां के किसानों की बद्दुआएं आपके राजनीतिक करियर को बर्बाद करके रख देंगी. उन्होंने कहा कि हमने देश भर की 99 ऐसी परियोजनाएं चुनीं थीं जिनमें से 70 से ज्यादा अब पूरी होने की स्थिति में आ रही हैं. इन परियोजनाओं की वजह से किसानों को लाखों हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई की सुविधा मिल रही है. ये वो काम है, जो किसानों की आने वाली कई पीढ़ियों तक को लाभ देगा.
