चीन में मुसलमानों को जबरदस्ती खिलाया जा रहा है पोर्क

चीन में रह रहे मुसलानों का हाल काफी बुरा है, वहां रह रहे मुसलमान अपनी जिंदगी खुलकर नहीं जी सकते हैं। चीन के मुसलमान नागरिकों की शिकायत है कि उन्हें नव वर्ष समारोह के दौरान पोर्क खाने और शराब पीने के लिए मजबूर किया गया।
एक अंग्रेजी वेबसाइट मिरर.को.यूके ने चीन के कुछ मुस्लिम नागरिकों के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट में यह बात कही है। रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्थ वेस्ट चीन के इली कज़ाख ऑटोनोमस प्रीफेक्चर के रहने वाले मुसलमानों को नए साल के उस फेस्टिव इवेंट में न्यौता दिया गया, जहां पोर्क परोसा जा रहा था। इसमें बताया गया कि अगर वे लोग ऐसे फंक्शन का हिस्सा बनने से इनकार करते हैं तो उन्हें ‘री-एजुकेशन’ कैंप भेजने की धमकी दी जाती है।
वहां के एक और निवासी ने rfa.org को बताया, शिनजियांग में कज़ाख लोगों ने कभी पोर्क नहीं खाया, लेकिन पिछले साल से कुछ लोगों ने उन्हें यह खाने के लिए फोर्स किया। आपको बता दें कि पोर्क और एल्कोहल खाना/पीना इस्लाम में सख्ती से मना है। चीन के वीगर मुसलमान वहां का lunar न्यू ईयर हॉलीडे/स्प्रिंग फेस्टिवल नहीं मनाते।
चीन में मुस्लिमों की आबादी साढ़े 21 करोड़ से भी ज्यादा है। वहां के मुसलमान तीन समुदायों से जुड़े हैं। हुई (Hui) समुदाय से जुड़े मुसलमानों की तादाद 98 लाख है वीगर (Uyghurs/Uighurs) समुदाय से जुड़े मुसलमानों की तादाद 84 लाख है कज़ाख (Kazakhs) समुदाय से जुड़े मुसलमानों की तादाद 1.25 मिलियन यानी 12.5 लाख है।
