फर्जी आधार कार्ड मामले का मास्टर माइंड गिरफ्तार
ठा•सुरेन्द्र सिंह-ब्यूरो रिपोर्ट
लखनऊ-:(भारतीय विशिष्टि पहचान प्राधिकरण) के निर्धारित बायोमीट्रिक मानकों को दरकिनार कर क्लोन फिंगर प्रिंट से आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड दुर्गेश कुमार मिश्रा पकड़ा गया।एसटीएफ को आरोपित दुर्गेश को लखनऊ से गिरफ्तार करने में सफलता मिलने के साथ ही गिरोह के अन्य प्रमुख सदस्य के बारे में भी अहम जानकारी मिली है।* जल्द उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश के शडहोल के ग्राम जमुनिहा निवासी दुर्गेश के कब्जे से लैपटॉप व मोबाइल बरामद किया गया है। ध्यान रहे, 25 अगस्त को यूआइडीएआइ के डिप्टी डायरेक्टर रूपेश शर्मा की ओर से जाली आधार कार्ड बनाए जाने के मामले में एसटीएफ के साइबर थाने में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।एसटीएफ के एएसपी त्रिवेणी सिंह की टीम ने नौ सितंबर को 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। आरोपितों से पूछताछ में गिरोह के मास्टरमाइंड दुर्गेश का नाम सामने आया था।जांच में सामने आया कि दुर्गेश आधार कार्ड बनाने के लिए अधिकृत की गई कंपनी पहल इन्फो सिस्टम प्रा.लि. से जुड़ी कंपनी आभा कंसल्टेंसी का असिस्टेंट मैनेजर है। दुर्गेश ने ही पूर्व में पकड़े गए आरोपित सौरभ को टैंपङ्क्षरग क्लाइंट एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, कृत्रिम फिंगर प्रिंट व डेटा उपलब्ध कराया था। दुर्गेश के लैपटाप से भी कई अहम साक्ष्य व सुराग मिले हैं। एसटीएफ उसके लैपटॉप की फोरेंसिक जांच कराने की तैयारी कर रही है।
ऐसे किया था बड़ा खेल
गिरोह ने बायोमीट्रिक डिवाइस के माध्यम से आधार कार्ड बनाने शुरू किए थे। कृत्रिम फिंगर प्रिंट का प्रयोग कर आपरेटर के अलावा अन्य व्यक्ति अलग-अलग स्थानों पर आधार कार्ड के इनरोलमेंट की प्रकिया पूरी कर रहे थे। पूर्व में पकड़े गए आरोपित सौरभ ने अपने नाम दो आधार कार्ड बना रखे थे। आधार कार्ड बनाने के लिए प्रदेश में करीब सात हजार सेंटर खोले गए थे।
ये हुए थे गिरफ्तार
एसटीएफ ने पूर्व में आरोपित कानपुर निवासी सौरभ सिंह, शुभम सिंह, शोभित सचान, सत्येंद्र कुमार, फतेहपुर निवासी शिवम कुमार, मनोज कुमार, मैनपुरी निवासी तुलसीराम, प्रतापगढ़ निवासी कुलदीप सिंह, हरदोई निवासी चमन गुप्ता व आजमगढ़ निवासी गुड्डू को गिरफ्तार किया था।