बीकापुर : निर्धन एवं निशक्त व्यक्तियों के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण का द्वार है हमेशा खुला-सुमन तिवारी
बीकापुर(अयोध्या) ! राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देशन व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश के मार्गदर्शन में वृद्धा आश्रम अयोध्या में गुरुवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर से पहले जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सुमन तिवारी ने वृद्धा आश्रम का निरीक्षण किया। तथा वृद्धा आश्रम में निवास कर रहे वृद्ध पुरुष एवं महिलाओं से हालचाल पूछा। निरीक्षण के दौरान सचिव ने पाया कि वृद्धा आश्रम में कुल 62 वृद्ध पुरुष एवं महिला वर्तमान में रह रहे हैं। तथा उन्हें खाने-पीने की पर्याप्त सुविधा दी जा रही है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए भी सभी को मास्क एवं सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है। वृद्धा आश्रम की प्रबंधक माधुरी मौर्य ने बताया कि आश्रम में रहने वाले सभी लोगों का प्रत्येक सप्ताह डॉक्टर द्वारा चेकअप किया जाता है। तथा उन्हें दवाइयां भी उपलब्ध कराई जाती है। सचिव ने परिसर की साफ-सफाई एवं सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान देने की बात कही। आयोजित शिविर में सचिव ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान यानी वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान दिया जाए। प्रत्येक व्यक्ति का यह व्यक्तिगत दायित्व है कि वह अपने बुजुर्गों का सम्मान करें और उनसे अनुभव प्राप्त करें। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य है कि शासन द्वारा वरिष्ठ नागरिक सम्मान योजना के अंतर्गत जिन योजनाओं को लागू किया गया है उसका लाभ पात्र व्यक्तियों को समय से मिले और सरकार की मंशा पूरी हो।सीनियर सिटीजन एक्ट के प्रावधानों से सभी को अवगत कराया गया। कहा कि किसी भी वरिष्ठ नागरिक को यदि कोई विधिक समस्या पेंशन की समस्या या मुकदमे की समस्या हो तो उसके संबंध में वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर अपनी समस्या का समाधान पा सकता है। आर्थिक तंगी के कारण यदि किसी मुकदमे में पैरवी नहीं कर पा रहा है तो उसे निशुल्क अधिवक्ता की भी सहायता प्रदान की जाती है। विधिक सेवा प्राधिकरण का द्वार असहाय निर्धन एवं निशक्त व्यक्तियों की सहायता के लिए हमेशा खुला है।