जगदगुरू परमहंसाचार्य की अगुवाई में संताें ने फूंका चीन के राष्ट्रपति का पुतला
*जगदगुरू परमहंसाचार्य की अगुवाई में संताें ने फूंका चीन के राष्ट्रपति का पुतला*
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*रिपोर्ट:-अनिल पाण्डेय*
*अयाेध्या(संवाददाता):-* आचार्य पीठ तपस्वी छावनी के जगद्गुरू स्वामी परमहंसाचार्य की अगुवाई में शनिवार को संताें ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और चीन के फ्लैग का पुतला फूंका। साथ ही चीन-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। पुतला दहन का कार्यक्रम तपस्वी छावनी आश्रम के सामने किया गया। इस माैके पर स्वामी परमहंस ने कहा कि चीन ने कायराना हरकत कर भारतीय जवानाें पर धाेखे से जाे हमला किया। वह बेहद ही निंदनीय है चीन और पाकिस्तान कभी भी विश्वास करने याेग्य नही हैं। वैसे भी पाकिस्तान जहां आत्मघाती हमलावर तैयार करता है। ताे वहीं दूसरी तरफ चीन काेराेना जैसे जैविक हथियार काे तैयार कर पूरी दुनिया में तबाही मचाए हुए है। अब जितने भी मानवतादी राष्ट्र हैं। उन सबकाे एकजुट हाे करके चीन और पाकिस्तान काे दुनिया के नक्शे से समाप्त करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि शनिवार को मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काे अपने खून से लिखा हुआ पत्र स्पीड पाेस्ट के माध्यम से भेंजकर। यह मांग किया है कि चीन से हर तरह के व्यापारिक सम्बंध समाप्त किए जाएं। क्याेंकि चीन अपना व्यापार भारत में फैलाकर आर्थिक रूप से मजबूत हाेता है और भारत को ही घुड़की दे रहा है। इसलिए चीन से जब हर तरह का व्यापार समाप्त हो जायेगा। ताे निश्चित रूप से वह 5 साल के अंदर अपनी औकात में आ जायेगा। उन्होंने कहा कि पीएम माेदी से आशा और उम्मीद है उनके नेतृत्व में निश्चित रूप से हमारा देश आगे बढ़ रहा है। चीन अब 1962 वाला युद्ध भूल जाए। क्याेंकि अब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश है। जाे भी भारत से टकरायेगा, उसकाे गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।