भदोहीःइंस्पेक्टर सुनील दत्त दुबे की बदौलत 42 साल बाद घर लौटा ये शख्स…
भदोहीः पिता की डांट के डर से 15 साल की उम्र में घर छोड़ा, 42 साल बाद घर लौटे मुरलीधर
तत्कालीन वाराणसी जिले के औराई इलाके की घटना है। यहां 42 साल पहले 15 साल के मुरलीधर हाई स्कूल परीक्षा परिणाम आने से एक दिन पहले घर छोड़कर भाग गए थे। उन्हें डर था कि फेल होने पर उन्हें पिता से डांट सुननी पड़ेगी। इसके बाद मुरलीधर के पिता सदानंद ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं चला। अब इस घटना के 42 साल बाद एक निजी संस्था के ‘ऑपरेशन मुस्कान‘ के तहत मुरलीधर की तलाश पूरी हुई है। कोतवाल सुनीलदत्त के सहयोग से चलने वाले इस ऑपरेशन के तहत मुरलीधर को कोटा से बरामद कर उनके परिवार को सौंप दिया गया है।
पिता की हो चुकी है मौत, मां से मिले मुरलीधर
औराई के कोतवाल सुनीलदत्त दुबे जब शनिवार को मुरलीधर को कोटा से बरामद करने के बाद उनके घर लेकर पहुंचे तो वहां पिता तो नहीं मिले लेकिन मां जिंदा मिलीं। मुरलीधर के पिता की मौत हो चुकी है। अपने 15 साल की उम्र में गायब बेटे को 57 साल की उम्र में पाकर बूढ़ी मां की आंखों से आँसू निकल पड़े। औराई में यह दृश्य देखने के लिए सारा गांव उमड़ पड़ा था।
गायब बच्चों की तलाश करता है ‘ऑपरेशन मुस्कान’ मुहिम
भदोही के औराई थाने में तैनात कोतवाल सुनीलदत्त दुबे निजी संस्थाओं और मानवीय अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्थाओं के सहयोग से ‘आपरेशन मुस्कान’ चलाते हैं। उनके इस प्रयास से अब तक 120 से अधिक घरों से गायब बच्चों की खोज कर उन्हें परिजनों को लौटाया गया है। इस के लिए वह और उनकी टीम अपनी जेब से पैसा लगाकर अभियान को अंजाम देती है।