पुलिस की पिटाई से ई-रिक्शा चालक की मौत, तीन सिपाही सस्पेंड
शाहजहांपुर ! पुलिस के पीटने से ई-रिक्शा चालक की मंगलवार दोपहर मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों और गांव वालों ने लखनऊ-बरेली हाईवे पर शव रख कर जाम लगा दिया। कुछ उग्र लोगों ने रोडवेज बस, एंबुलेंस में तोड़फोड़ की। स्थिति संभालने पहुंची पुलिस पर भी पथराव भी कर दिया, जिसमें एक महिला पुलिस कर्मी जख्मी हो गई। रात में एसडीएम सदर ने आरोपी तीन सिपाहियों को सस्पेंड करने और पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया। तब ग्रामीणों ने जाम हटाया।चौक कोतवाली क्षेत्र के मौजमपुर गांव निवासी बालेश्वर की उम्र तकरीबन 45 वर्ष थी। वह ई-रिक्शा चलाता था। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह वह बरेली मोड़ स्थित अजीजगंज चौकी के पास सवारी भर रहा था। परिजनों ने बताया कि अजीजगंज पुलिस चौकी के सिपाही विनीत, हैदर समेत लोगों ने बालेश्वर से रुपये मांगे। रुपये न देने पर उसके साथ मारपीट की।हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया। करीब ढ़ाई बजे उसकी मौत हो गई। परिजन शव गांव ले गए, फिर करीब साढ़े तीन बजे शव हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। परिजन दस लाख रुपये मुआवजा और पुलिस चौकी के सभी कर्मियों को निलंबित करके मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर शाहजहांपुर बरेली हाईवे पर जाम लगा दिया। एसपी एस चनप्पा ने कहा कि पोस्टमार्टम में अगर चोटों की पुष्टि होती है तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके कुछ देर बाद एसडीएम सदर ने आरोपी सिपाहियों पर एफआईआर दर्ज करने और पीड़ित परिवार को मुआवजे का ऐलान किया। तब जाकर ग्रामीणों ने जाम हटाया।