July 27, 2024

उत्तर प्रदेश की कातिल पुलिस,आम आदमी को गोली मारकर की हत्या,एप्पल कम्पनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी को मारी गोली

0

डीजीपी व यूपी0 सीएम ने माना हत्या,दोनो सिपाहियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर किया बर्खास्त।

लखनऊ ! कातिल हो गई यूपी0 के पुलिस।शुक्रवार रात यूपी पुलिस के एक सिपाही ने मल्टीनेशनल कंपनी के एरिया मैनेजर की गोली मार कर हत्या कर दी। मामला लखनऊ के वीवीआईपी इलाके का है। यहां पुलिस कॉन्स्टेबल ने ऐप्पल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी जिसमें उनके मौत हो गई। विवेक को उस वक्त गोली मारी गई जब वो अपनी सहकर्मी को ड्रॉप करने जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक विवेक रात को अपनी सहकर्मी के साथ लौट रहे थे उसी समय गोमतीनगर विस्तार के पास दो पुलिसवालों ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया लेकिन विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी। जिसके बाद विवेक की गाड़ी पर फायरिंग की गई जो सीधे उनके सिर में लगी जिससे उनकी मौत हो गई। इस मामले में आरोपी कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में सीएम योगी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए डीजीपी ओपी सिंह को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने एनकाउंटर की बात से इन्कार करते हुए कहा है कि जरूरत पड़ी तो मामले की सीबीआई जांच कराएंगे।

सहकर्मी ने दिया घटना का विवरण

घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना खान ने बताया कि शुक्रवार रात वह विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थीं। सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की। लेकिन सिपाही ने बाइक दौड़ाकर विवेक को गोली मारी।

CM योगी के आने पर होगा अंतिम संस्कार!

विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी का कहना है कि उनके पति का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जाएगा जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां नहीं आते। विवेक की पत्नी कल्पना ने यूपी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर उनके पति किसी संदिग्ध हालत में थे भी और उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी तो आरटीओ दफ्तर जाकर उनकी गाड़ी का नंबर नोट करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी। पुलिस ने उन्हें गोली क्यों मारी? कल्पना ने कहा कि मैं उस महिला को जानती हूं जो उस समय मेरे पति के साथ मौजूद थी। विवेक की पत्नी ने बताया कि अस्पताल के एक कर्मचारी ने फोन पर मुझे जानकारी दी कि आपके पति और उनके साथ मौजूद महिला को चोट लगी है। आखिर पुलिस ने मुझे इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी? वहीं विवेक के रिश्तेदार विष्णु शुक्ला ने पूछा कि क्या वो आतंकवादी थे जो पुलिस ने उनपर फायरिंग की? इसके साथ ही इस मामले में उन्होंने निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग की है।

सना की तहरीर पर दोनों सिपाही के विरुद्ध मुकदमा दर्ज।

कार में बैठी सना ने बताया कि विवेक के सिर से खून बहता देख उसने मदद के लिए गुहार लगाई।कुछ देर बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची।तत्काल विवेक को लोहिया अस्पताल ले जाया गया,जहां कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।आईजी, एसएसपी समेत तमाम आलाधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया है।सना की तहरीर पर आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। मृतक विवेक तिवारी एप्पल कम्पनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत था। सना भी इसी कंपनी की कर्मचारी है। वहीं, घटना के करीब आठ घंटे बाद चोटिल हुए दोनों सिपाहियों का मेडिकल परीक्षण लोहिया अस्पताल में कराया गया।

घटना के बाद एक्सन में सीएम योगी

राजधानी के गोमतीनगर इलाके में पुलिस की गोली से मारे गए विवेक तिवारी हत्याकाण्ड में दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।मामले की मजिस्टीरियल जांच करायी जाएगी।उधर इस पूरे मामले में योगी आदित्यनाथ ने कड़े तेवर अपनाते हुए सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।सीएम योगी ने डीजीपी ओपी सिंह ने इस मामले में पूरी जानकारी ली और उन्हें जांच करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

मामले में एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी गठित।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने बताया कि एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है।दो आरोपी सिपाहियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि यह एनकाउंटर नहीं था। आरोपी सिपाहियों ने शुरूआती तौर पर अपने बयान में कहा है कि उन्हें लगा कार सवार शख्स उन पर गाड़ी चढ़ा देगा, इसीलिए उन्हें गोली चलायी, जिसमें एप्पल कम्पनी के मैनेजर विवेक की मौत हो गई। एसएसपी के मुताबिक फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर ऐसी कोई सम्भावना थी तो भी सीधे गोली नहीं मारनी चाहिए थी।

दोनो सिपाही पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर हुए बर्खास्त।

दोनों सिपाही दोषी हैं, इसलिए उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।इसके साथ ही उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। वहीं उन्होंने विवेक के साथ मौजूद उसकी सहकर्मी और घटना की चश्मदीद गवाह के सामने नहीं आने पर नजरबंद के सवाल पर कहा कि पुलिस ने उसे नजरबंद नहीं किया है। वह फिलहाल सहमी हुई है। वह जब चाहे अपना बयान दे सकती है। मीडिया से बातचीत कर सकती है। मामला गंभीर है। इसलिए शव के पोस्टर्माटम की भी वीडियो रिकार्डिंग करायी गई। वहीं मामले की मजिस्टीरियल जांच के लिए जिलाधिकारी से अपील की गई है। पूरे मामले की इसकी निष्पक्ष जांच करायी जा रही है।

तहकीकात में सिपाही की पाई गाई गलती-आनंद

इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि अब तक पुलिस की तहकीकात में जो सामने आया है।उसमें दोनों सिपाहियों की गलती पायी गई है।अगर विवेक गाड़ी नहीं रोक रहा था तो सिपाहियों को टायर में गोली चलानी चाहिये थी सिर पर गोली नहीं मारनी चाहिए थी। उनके पास अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आयी है। गौरतलब है कि शुक्रवार की देर रात करीब पौने दो बजे सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास कार खड़ी थी।कार में महिला और युवक को देखकर सामने से आये सिपाही प्रशांत और संदीप ने उतरने के लिए कहा।लेकिन विवेक ने कार को आगे बढ़ा दी।इसके बाद सिपाहियों ने युवक को गोली मार दी,जिससे उसकी मौत हो गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

error: Content is protected !! © KKC News