रानीमऊ में मनाया गया बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस , विधायक बोले-अंबेडकर ने बदला देश का सामाजिक स्वरूप

मवई (अयोध्या) ! मवई ब्लॉक अंतर्गत रानीमऊ स्थित माँ संतोषी इंटर कॉलेज में शनिवार को भारत रत्न डा0 भीमराव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने बाबा साहब के संघर्ष, विचारों और संविधान निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान को याद किया।मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे रुदौली विधायक रामचंद्र यादव ने बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि डा0 अंबेडकर ने ऐसे दौर में शिक्षा पाई, जब दलित समाज के बच्चों को स्कूलों में प्रवेश तक की अनुमति नहीं थी। कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने देश-विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त की और भारतीय संविधान को एक नया स्वरूप दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब की दूरदर्शी सोच के कारण ही आज वंचित वर्ग अपने अधिकारों और सम्मान के साथ खड़ा है।उन्होंने बाबा साहब के प्रसिद्ध कथन “शिक्षा शेरनी का दूध है, जो जितना पियेगा उतना दहाड़ेगा” को दोहराते हुए युवाओं को शिक्षा अपनाने का आह्वान किया।कार्यक्रम का संचालन कुलदीप मौर्या ने किया। वक्ताओं ने अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेते हुए समाज में समानता, शिक्षा और जागरूकता फैलाने का संदेश दिया।कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक अनिरुद्ध गुप्ता, गनौली गन्ना समिति के चेयरमैन निर्मल शर्मा प्रदीप धीमान, अनूप श्रीवास्तव, हरिशंकर यादव, संतोष रावत, उमाशंकर वर्मा, डा0 मालिक राम रावत, जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र वर्मा, अखिलेश रावत, मनमोहन पांडेय, अजय वर्मा, डा0 सत्य प्रकाश राकेश रावत सहित बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य मौजूद रहे।

