अयोध्या : भारी भरकम मात्रा में हुए अवैध कटान में वन विभाग की कार्यवाही पर उठ रहे सवाल

सोहावल(अयोध्या) ! रौनाही थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पिलखावां मजरे चिरैंधापुर में बिना परमिट काटे गए सैकड़ों सागौन के पेड़ों का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। अवैध कटान प्रकरण में रौनाही थाने पर वन विभाग द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर अब सवाल उठने लगे है।
बताते चले कि ग्राम चिरैंधापुर में बिना परमिट कई चक्र में सैकड़ों की संख्या में सागौन के पेड़ काटकर बेंच डाले। इस अवैध कटान को लेकर हरकत में आए डीएफओ सितांशु पांडेय द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई से अवैध कटान करने वाले लकड़कट्टो में हड़कंप तो मचा ही है। लेकिन मामले में दबी जुबान क्षेत्रीय वन कर्मियों द्वारा लीपापोती के आरोप लगने लगे है। अवैध सागौन कटान प्रकरण में वन विभाग द्वारा रौनाही थाने पर दर्ज कराई गई एफआईआर पर भी अब सवाल उठने लगे है। जिसे अब डीएफओ ने भी संज्ञान में ले लिया है। एफआईआर में सिर्फ एक ठेकेदार अंसार निवासी शेखपुर जाफर को टारगेट किया गया है। जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। चर्चा है कि पेड़ मालिक सहित अवैध कटान में शामिल अन्य चहेते ठेकेदारों को बचाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इतनी बड़ी कटान में महज एक ठेकेदार का हाथ नही हो सकता। जबकि अवैध कटान की छापेमारी के दौरान चमनगंज क्षेत्र में एक आरा मशीन पर बड़ी संख्या में कटे सागौन के बोटे बरामद होने के साथ पहले से कट चुके पेड़ों की जेसीबी से खोदकर बाहर निकाली गई जड़े भी चिन्हित की गई है। जिसका तहरीर में कोई जिक्र नही किया गया है।इस बावत पूंछे जाने पर डीएफओ सितांशु पांडेय ने बताया कि मामले में वन कर्मियों की संलिप्ता संदिग्ध नजर आ रही है। अब पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच एसडीओ से कराई जा रही है। उन्होंने कहा अवैध कटान में संलिप्त दोषियों को बक्सा नही जाएगा।
