अयोध्या : निजी कंपनी का षणयंत्र पुलिस चौकी- थाना लग रहा सीमेंट की दुकान

सीओ सर्किल रूदौली के सभी थाना चौकी में लगा है सीमेंट का साइन बोर्ड,सीमेंट कंपनी ने प्रचार प्रसार का निकाला नायाब तरीका,अफसर वेखबर।
अयोध्या ! जी हां ! आप चौकिए नही।ये बात एकदम सही है।इस समय अयोध्या जनपद के पुलिस थानों में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है।थाना चौकियों के मुख्य कार्यालय भवन पर लगने वाला साइन बोर्ड अभी हाल ही से बदलना शुरू हुआ है।ये साइन बोर्ड एक निजी सीमेंट कंपनी की ओर से लगाया जा रहा।सीओ सर्किल रूदौली के कोतवाली रूदौली थाना मवई थाना पटरंगा हाइवे पुलिस चौकी आदि भवनों पर विज्ञापन रूपी ये साइन बोर्ड लगा हुआ देखा जा सकता है।जिसमें थाना चौकी का नाम अंकित होने के साथ साथ कंपनी अपनी सीमेंट की दो बोरियों की फोटो व नाम लिखाया हुआ है।इस बोर्ड के लगने से अब पुलिस विभाग का कार्यालय भवन कोतवाली,थाना,चौकी कम सीमेंट की दुकान ज्यादा दिखने लगी है।
बताते चले कि जब आप पुलिस चौकी व थाने जाते है।तो मुख्य भवन पर सम्बंधित चौकी थाने का नाम व सीयूजी न0 लिखा होता था।लेकिन इस समय रूदौली क्षेत्र के किसी थाने चौकी पर जाइए तो गेट पर निजी सीमेंट कंपनी के बोर्ड देखने को मिलते हैं।ऐसे में एक बार तो धोखा हो सकता है कि यह पुलिस स्टेशन है या कोई “सीमेंट की दुकान”।क्योंकि जिस तरीके से कंपनी ने छल करते हुए सरकारी जगह पर थाने का नाम लिखने के बहाने अपना विज्ञापन किया है।वह कहीं ना कहीं कानूनी रूप से अपराध की श्रेणी में भी आता है।आखिरकार किसी निजी कंपनी को यह अधिकार कहां से मिला कि वह थाने जैसे सरकारी परिसर में अपनी कंपनी का खुलेआम प्रचार प्रसार करें।हालांकि इस सम्बंध थाने से लेकर सर्किल ऑफिसर तक कुछ बोलने को तैयार नही।
सीमेंट कंपनी ने प्रचार के लिए निकाला नायाब तरीका
थाने के नाम के साथ अपनी सीमेंट का विज्ञापन कर रही निजी सीमेंट कंपनी ने बड़ी प्लानिंग के साथ इन बोर्डों को लगवाया है।इन्होंने ऐसे स्थान पर इसे लगवाया है कि उसका फ्री में विज्ञापन(प्रचार)भी होता रहे।जैसे जब भी कोई थाना गुड वर्क करते हैं तो वह आरोपियों को थाना कार्यालय के सामने खड़ा करके फोटो खिंचवाते हैं और फिर उसे पुलिस अधीक्षक मीडिया सेल भेज दिया जाता है।यहां से समाचार छपने के लिए पत्रकारों के पास पहुँचता है और फिर प्रचार का यह बोर्ड न्यूज पोर्टल, समाचार पत्र, न्यूज चैनल में खबरों के साथ फ्री में दिखाई देता है।और आए दिन ये प्रचार लाखों लोगों तक पहुंचता है।
क्या कहता है नियम?-
नियमानुसार किसी भी सरकारी परिसर से कोई भी निजी विज्ञापन नहीं किया जा सकता है।थानों में पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अभियान जैसे मिशन शक्ति अभियान डायल 112 , नागरिक के कर्तव्य,अपराध व उसकी धारा आदि संबंधित जागरूकता बोर्ड लगाए जाते है।वो भी विभाग की ओर से।जिसमें कोई निजी विज्ञापन नही हो सकता।ऐसे में जहां पर भी थाने का नाम लिखते हुए सीमेंट वाले विज्ञापन बोर्ड लगाए गए है वह पूरी तरीके से अवैध है और इन पर विधि सम्मत कार्यवाही भी होनी चाहिए।
