अयोध्या ! दिन में वन महोत्सव और रात होते ही आम की बाग काट लकडकट्टे मनाते है उत्सव

जिम्मेदारों की भारी उदासीनता के चलते आम की पूरी बाग पर चला आरा
पटरंगा थाना क्षेत्र के पुंराय गांव की घटना,
रूदौली(अयोध्या) ! इस समय पूरे प्रदेश में पौध लगाने व उसे बचाने के लिए वन महोत्सव व पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।लेकिन वन विभाग द्वारा ये कार्यक्रम दिन में आयोजित किया जाता है।और रात्रि में पुलिस व इन्ही वनकर्मियों की मिलीभगत से लक्डकट्टे प्रतिबंधित वृक्ष की बागों पर आरा चलाकर उसे असमय मौत के घाट उतार रहे है।रूदौली वन क्षेत्र में ऐसा कोई पहला मामला नही है।विगत एक महीने में करीब चार पांच बागों के लगभग 100 से अधिक पेडों को नष्ट किया जा चुका है।ताजा मामला पटरंगा थाना क्षेत्र के पुंराय गांव का है।
जानकारी के मुताविक पुंराय गांव निवासी अशोक यादव की एक आम की बाग है।बाग में करीब 30 आम के पेड़ थे।जो फलदार व छायादार होने के साथ साथ कम उम्र के ही थे।
बाग मालिक ने बाजिदपुर निवासी ठेकेदार हाजी इरशाद,कय्यूम व सुहैल के हाथ इसे बेच दिया गया।शनिवार के दिन में ही वन विभाग ने सम्मानित जनप्रतिधियों को लेकर वन महोत्सव कार्यक्रम का आगाज किया था।और रात्रि में उन्हीं के मातहतों व पुलिसकर्मियों ने मिलकर रात्रि में लकडकट्टो से अपना अपना हिस्सा लेकर पूरी पूरी आम की बाग कटवा डाली।सूत्र बताते है।क्षेत्र में जो भी प्रतिबंधित वृक्षों की अवैध कटान होती है।उसकी लकड़ी क्षेत्र के आरा मशीन संचालक खरीदकर तुरंत चीर फाड़कर टुकड़े टुकड़े में कर देते है।सूत्रों का दावा है कि पुंराय गांव में काटी गई आम की बाग की सारी लकड़ी कूढा सादात स्थित आरा मशीन पर गई।जिसे क्षेत्रीय फॉरेस्ट गार्ड अशोक वर्मा ने बरामद भी किया।लकड़ी की लंबाई चौड़ाई की भी माप की।लेकिन ये सब आरा मशीन पर कार्यवाही हेतु नही बल्कि सिर्फ आरा मशीन मालिक से मोटी रकम ऐंठने के लिए किया है।यही कारण है कि अब तक आरा मशीन मालिक के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की गई।
4/10 से आगे की नही बढ़ पाती कार्यवाही
क्षेत्र में प्रतिबंधित वृक्षों की कटान धड़ल्ले से की जा रही है।जो मामला लोगों के प्रकाश में आता है।उसमें तो वनकर्मी तत्काल 4/10 की कार्यवाही अपने कर्तब्यों की इतिश्री कर लेते है।और शेष मामलों में अपना हिस्सा लेकर दबा देते है।हालांकि रौजागांव के फॉरेस्ट गार्ड अशोक वर्मा का कहना है कि वे कटान में कोई हिस्सा नही लेते।लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर इन्ही के क्षेत्र में ही डेढ़ माह करीब 5 प्रतिबंधित बाग के करीब सौ से अधिक पेड़ काट डाले गए।और इन्हें पता सब कुछ होने के बाद होता है।और कार्यवाही के नाम पर सिर्फ 4/10 की कार्यवाही कर देते है।जिसे ठेकेदार भी शौख से लिखवा लेते है।
नवागत थाना प्रभारी को लकडकट्टो ने दी सलामी
पटरंगा थाने की कमान भी एसएचओ शिव बालक ने अभी संभाली ही थी।कि हाइवे पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों ने ठेकेदारों से मिलकर लगभग 30 आम के पेड़ कटवा डाले।कहना गलत न होगा।कि चौकी की पुलिस ने ये बड़ी आम की बाग कटवाकर लकडकट्टो से अपने ही नए थानेदार को सलामी दिलवा दी।हालांकि थाना प्रभारी ने इस संबंध में बाग मालिक व तीन ठेकेदारों सहित चार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
