गैंगरेप केस में फरार चल रहा बीजेपी नेता गिरफ्तार, प्रयागराज पुलिस ने दबोचा

यूपी के प्रयागराज में गैंगरेप के आरोप में घिरा बीजेपी नेता आखिरकार गिरफ्तार हो गया है। एक छात्रा ने बीजेपी नेता श्याम प्रकाश द्विवेदी और डॉक्टर अनिल द्विवेदी पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। दोनों के खिलाफ प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में मामला दर्ज कराया गया था । पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के बाद डॉ अनिल कुमार द्विवेदी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन श्याम प्रकाश द्विवेदी फरार चल रहा था।
श्याम प्रकाश द्विवेदी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई जगहों पर दबिश दे रही थी। प्रयागराज के जॉर्जटाउन इलाके से गैंगरेप के आरोपी बीजेपी नेता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बेली इलाके की रहने वाली छात्रा के पिता की मौत के बाद उसे आर्थिक मदद के नाम पर आरोपी डॉक्टर अनिल द्विवेदी ने श्याम प्रकाश द्विवेदी से मिलवाया था। इसके बाद आरोपी बीजेपी नेता ने कुछ आर्थिक मदद की। मेल-जोल बढ़ाने के बाद दोनों ने रेप किया। पीड़िता ने 2019 से लेकर 2020 तक शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए गैंगरेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस के मुतबिक पीड़िता से आरोपियों का संपर्क एक जमीन के सिलसिले में हुआ था। मेल-जोल बढ़ने पर दोनों ने शहर के अलग-अलग इलाको में पीड़िता का कथित रूप से यौन शोषण किया। पीड़ित लड़की का मेडिकल कराया गया था। मैजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत बयान भी दर्ज कराए गए। चौतरफा शिकंजा कसने के बाद से आरोपी श्याम प्रकाश फरार चल रहा था। गिरफ्तारी के बाद उसे अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी बीजेपी नेता को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आरोपी श्याम प्रकाश द्विवेदी 2014 से 2016 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा का क्षेत्रीय उपाध्यक्ष काशी प्रांत रहा है। बीजेपी नेता के पिता रामरक्षा द्विवेदी प्रयागराज के बीजेपी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। बता दें आरोपी होटल व्यवसाय से जुड़ा है और बीजेपी संगठन से जुड़े स्थानीय कार्यक्रमों में सक्रिय रहा करता था। हालांकि परिवार ने श्याम प्रकाश द्विवेदी पर लगे रेप के आरोप को गलत बताया था। परिजनों का कहना है कि नैनी के एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट (शुआट्स) में धर्मांतरण का मुद्दा उठाने और संस्थान के संचालक पर एफआईआर कराने की वजह से श्याम प्रकाश को फंसाया जा रहा है।
