अयोध्या ! जिले मे के दो थाना क्षेत्र मे दो महिला सहित पाच पशु तस्करो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मवई थाना क्षेत्र धनौली गांव में गुरुवार की सुबह 52 किलो गोमांस के साथ दो महिला सहित चार गो-तस्करों को मवई पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। धनौली गांव में अक्सर चोरी छिपे कुछ गोतस्करों द्वारा गोमांश को गांव में बेचा जा रहा था।प्रभारी निरीक्षक मवई चंद्रभान यादव ने गोतस्करों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए गोपनीय तरीके से टीम को लगा रखा था। गुरुवार की सुबह मुखबिर की सटीक सूचना पर थाना प्रभारी ने उपनिरीक्षक विनय कुमार यादव कांस्टेबल अशोक यादव कांस्टेबल अरुण यादव कांस्टेबल संयोग मौर्या कांस्टेबल सौरभ यादव महिला कांस्टेबल प्रियंका के साथ गोतस्करों के घर को चारों तरफ से घेराबंदी कर के रंगे हाथों 52 किलो गोमांस बांका चाकू पन्नी तराजू बांट व 66 अदद पन्नी में एक एक किलो गोमांस व बिक्री का 1070 रुपये नगद दो मोटरसाइकिल सहित चार लोगों लोगो मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तार किये गए अभियुक्तों में कालिया पुत्र यासीन निवासी धनौली थाना मवई जनपद अयोध्या,शाबिर अली पुत्र फकीर खां रहनुमा पत्नी मुसीर शबीना पत्नी शाबिर अली सभी निवासी धनौली थाना मवई जनपद अयोध्या के रहने वाले हैं।गिरफ्तार किये गए अभियुक्तों के विरुद्ध गोवध निवारण अधिनियम मे जेल भेज दिया गया है।वही सोहावल प्रतिनिधि के मुताबिक रौनाही थाना सत्ती चौरा चौकी क्षेत्र बडागाव निवासी हुमैरा कुरैशी के घर मे गोमांस की बिक्री किये जाने की सूचना पर पहुचे चौकी प्रभारी राम औतार ने लगभग दस किलो गोमांस के साथ इसी गाव निवासी जाहिदा कुरेशी के साथ गौवंश का वध करने वाले मवई थाना क्षेत्र निवासी इम्तियाज को रंगे हाथो गिरफ्तार कर 3/5/8 गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा। इस बावत मे चौकी प्रभारी ने बताया कि ड्योढ़ी के पास से बडागाव निवासी साज मोहम्मद,ताज मोहम्मद के साथ इम्तियाज गोवंशो का बनकर गाव मे मांस बेचे जाने की मुखबिर से सूचना मिली थी। सुबह छापा मारी किये जाने के दौरान साज के साथ ताज मोहम्मद फरार हो गया। जिसकी तालाश की जा रही है।
पशु चिकित्सा अधिकारी ने किया मांस का परीक्षण
मांस मिलने के मवई थाना प्रभारी द्वारा पशु चिकित्सा अधिकारी सीवी वर्मा को सूचना दी।सूचना मिलते ही पशुचिकित्सा अधिकारी थाने पर पहुंच मांस का परीक्षण किया और दो अलग अलग डिब्बे में जांच हेतु नमूना लिया।पशुचिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मांस को देखने से ही गोवंश का प्रतीत हो रहा है।फिर हाल नमूना जांच के लिए भेजा जा रहा है।
गोवधिक ठिकाना बदलकर इस अवैध कारोबार को दे रहे अंजाम
मवई क्षेत्र में गोवध का अवैध कारोबार आज भी फलफूल रहा है।मामला उजागर होने पर उसका खुलासा भी हो रहा है।अभी हाल में पटरंगा पुलिस ने बसौड़ी गांव से लगभग डेढ़ कुंतल गोमांस पकड़ा था और अब मवई पुलिस ने भी धनौली में भी पकड़कर इस अबैध कारोबार का भाड़ा फोड़ा है।कहना गलत न होगा कि गोवध का अवैध कारोबार गांवो में अभी भी चल रहा है।बस गोवधिकों ने चिन्हित गांवो से अपना ठिकाना बदलकर नए गांवो को चुना है।
सीमित जांच से इस अवैध कारोबार को मिल रहा बल
गोवध का अवैध कारोबार का सिलसिला थमता नही दिख रहा।इसका प्रमुख कारण जांच का सीमित होना भी माना जाता है।लोगों का मत है कि जब गोवधिक व मांस सप्लायर पकड़े जाते है तो पुलिस सिर्फ उनके विरुद्ध कार्रवाई कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती है।जबकि गोवंश के वध से पूर्व उनके ग्राहकों द्वारा मांस की बुकिंग कर ली जाती है।पुलिस जांच का दायरा बढ़ाकर खरीददारों तक यदि पहुंचे तो निश्चित रूप से इस अवैध कारोबार पर अंकुश लग जाए।