अयोध्या : मौलाना शरीफ जैसे जमातियों की तलाश को मदरसों में छापेमारी

कोरोना अलर्ट :दिल्ली के मरकज में शामिल होने के अंदेशे से सर्किल में शुरू हुई कार्रवाई,छापेमारी के दौरान नायब तहसीलदार ने पढ़ाया राष्ट्र सुरक्षा सर्वोपरि का पाठ।
मवई(अयोध्या) ! जमात-ए-तब्लीगी के धार्मिक कार्यक्रम मरकज में शामिल होने की आशंका में मिले मौलाना मो. शरीफ की कोरोना टेस्टिंग रिपोर्ट के इंतजार के बीच गुरुवार को रुदौली सर्किल में मदरसों में दिनभर छापेमारी हुई। इस दौरान मदरसों में तमाम मौलवी-मौलाना मणिपुर व मेघालय के भी मिले।जो पूँछताक्ष के दौरान अपने मां-बाप का नाम तक नहीं बता पाए। कुछ के आधार कार्ड पर मिले नाम व पते संदिग्ध मिले।छापेमारी में शामिल अधिकारियों ने कुछ के रोहिंगिया मुस्लिम होने पर भी अंदेशा जताया गया।इन लोगों पर असमंजस की स्थिति बरकरार रही। यह लोग अग्रिम कार्रवाई तक मदरसे में ही क्वारंटीन कर दिए गए हैं।
असल में दिल्ली के जमातियों में मख्दूमपुर, पटरंगा के मौलाना मो. शरीफ भी शामिल होने की बात के बाद अफसरों के होश उड़ गए।प्रशासन ने मौलाना मो0 शरीफ सहित 25 लोगों को दर्शननगर स्थित ट्रामा सेंटर में आइसोलेट किया गया है।जबकि इनके परिवार के तीन लोगों को घर मे ही क्वारंटीन किया गया है।हालांकि मौलाना के बेटे मो. तारिक की रिपोर्ट निगेटिव आई है।लेकिन प्रशासन को अभी भी मौलाना मो0 शरीफ की रिपोर्ट का इंतजार है। गुरुवार को मौलाना का सैम्पल दोबारा भेजा गया है। नायब तहसीलदार वीरेंद्र कुमार व पटरंगा एसओ संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में रानीमऊ पूरेकमगार मखदूमपुर पचलो में छपेमारी की गई।हर जगह आठ से दस की संख्या में मौलवी मौलाना मिले।रानीमऊ चौराहा स्थित मदरसे में तीन ऐसे मौलवी मिले जो शक्ल से रौंहगिया प्रतीत हुए।सभी को उन्ही के मदरसों में क्वारंटीन किया गया।और उनके दिखाए गए आईडी प्रूफ के आधार पर मणिपुर व मेघालय की पुलिस से जांच करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई।इसमें दो ऐसे लोग भी मिले जो दस वर्षों से यही मदरसे में रह रहे है।एक मौलाना ने खुद को हिन्दू से मुस्लिम में धर्म परिवर्तन की बात भी स्वीकार की।नायब तहसीलदार वीरेंद्र कुमार ने बताया कि सारी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है अग्रिम कार्रवाई के लिए पुनः टीम गठित होगी।
