जालौन: तकरार के बाद राजी हुआ परिवार, हिन्दू युवक ने मुस्लिम प्रमिका से की शादी

प्यार जाति, मज़हब नहीं देखता’ किताबों-किस्सों की ये बातें यूपी के जालौन में देखने को मिली. ये प्रेम कहानी इन दिनों इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. प्रेम ऐसा जिसने धर्म की बंदिशों को तोड़कर जन्म-जन्मान्तर तक एक दूसरे का साथ देने की कसमें खायीं. प्रेमी दो अलग-अलग समुदायों से संबंध रखते हैं. युवक ब्राह्मण(हिन्दू) तथा युवती मुस्लिम समुदाय से संबंध रखती है.

यह विवाह इसलिए भी ख़ास है क्योंकि दोनों परिवारों ने विवाह के लिए रजामंदी देकर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में रस्में सम्पन्न कराई हैं. विवाह में वर और वधू पक्ष के सैकड़ों लोगों ने जोड़े को अपना आशीर्वाद दिया है.

बता दें कि जालौन जिले के उरई निवासी मोनू शर्मा का मोहल्ले की ही युवती गुलफ्सा अंसारी से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. जब दोनों के परिजनों को उनके प्रेम-प्रसंग के बारे में पता चला तो उन्हें यह नागवार गुजरा. दोनों के परिजनों ने उन्हें धर्म और जाति का हवाला देकर समझाने का प्रयास किया, लेकिन साथ जीने-मरने की कसमें खा चुका यह प्रेमी युगल अपने संकल्प से पीछे नहीं हटा.

अंत में दोनों के परिजन उनके विवाह के लिए राजी हो गए. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में विवाह के लिए आवेदन किया गया, जिसके बाद रविवार को उरई के एक महाविद्यालय में आयोजित सामूहिक विवाह में दोनों का विवाह रीति-रिवाज के साथ सम्पन्न कराया गया. सामूहिक विवाह में 45 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया, जिसमें यह जोड़ा लोगों की चर्चा का विषय रहा. इस नवविवाहित जोड़े को हर कोई अपना आशीर्वाद देने के लिए आगे बढ़ रहा था.

वहीं इस पूरे मामले पर वर के बड़े भाई का कहना है कि उन्हें अपने भाई पर गर्व है कि उसने एक ब्राह्मण परिवार से होते हुए भी धर्म-जाति से ऊपर उठकर मुस्लिम युवती से शादी की. ब्राह्मण अब जाति, धर्म नहीं मानते हैं. हमारे परिवार ने सामुदायिक सद्भवाना की एक शानदार मिशल कायम की है.

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